Top Poets of Bihar: हिंदी साहित्य में इतिहास रचने वाले ये है बिहार के 10 सबसे प्रसिद्ध कवि
बिहार भारत का एक ऐसा राज्य है जिसने हर क्षेत्र में अपना नाम शीर्ष पर दर्ज किया है. चाहे हम बात करें खान-पान, वैभवता, समृद्धता, सुनहरा इतिहास, विभिन्नता या फिर कवियों की, बिहार का देश भर में एक अलग ही पहचान और सम्मान है. इसको बनाने में एक खास भूमिका यहां के कवियों ने निभाया है.
Ramdhari Singh Dinkar
राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म बिहार के मुंगेर जिला के सिमरिया गांव में 23 सितंबर, 1908 में हुआ था. ये देश के सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक है. ये श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में भी जाने जाते है. उन्होंने हुंकार, इतिहास के आंसू और रेणुका जैसे लेखन से राष्ट्रीय चेतना व्यक्त किया है.
Acharya Janki Ballabh Shastri
बिहार के राष्ट्र कवि आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री बिहार के प्रसिद्ध कवियों में से एक है. इनका जन्म बिहार के जिला गया के मैगरा गांव में 5 फरवरी, 1916 में हुआ था. शुरुआती दौर में इन्होंने संस्कृत में कई कविताएं लिखी थी. जिसके बाद महाकवि निराला की प्रेरणा से उन्होंने हिंदी साहित्य में अपना कदम रखा.
Kedarnath Mishra
प्रसिद्ध कवियों में से एक महाकवि केदारनाथ मिश्र का जन्म बिहार के जिला आरा में 11 सितंबर, 1907 में हुआ था. ये प्रभात हिंदी काव्य साहित्य के अनमोल रत्न थे. उन्होंने अत्यंत मोहक काल्पनिक काव्य रचनाएं लिखी.
Mohanlal Mahato
बिहार के प्रसिद्ध कवियों में से एक मोहनलाल महतो का जन्म 1902 में बिहार के जिला गया में हुआ था. मोहनलाल महतो हिंदी साहित्य के संसार में वियोगी लेखन के लिए काफी विख्यात है. इनके कुछ प्रमुख वियोगी रचनाएं है- कल्पना, रजकण, एकतारा और इसके बाद, आदि.
Pandit Hans Kumar Tiwari
लेखक और पत्रकार पंडित हंस कुमार तिवारी का जन्म 15 अगस्त, 1918 को बिहार के जिला भागलपुर में हुआ था. ये एक स्वतंत्र लेखक थे. इनका पहला पुस्तक ‘कला’ था. ये कवि और साहित्यकार के साथ एक बहुत अच्छे संगीतकार भी थे.
Arsi Prasad Singh
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित आरसी प्रसाद सिंह का जन्म बिहार के जिला समस्तीपुर के एरौत गांव में 19 अगस्त, 1911 को हुआ था. ये भारत के प्रसिद्ध कवियों में से एक है. कवि के साथ-साथ आरसी प्रसाद सिंह एक बहुत अच्छे कथावाचक भी थे. ये जीवन और यौवन के कवि के नाम से भी काफी मशहूर है.
Collector Singh Kesari
समस्तीपुर कॉलेज के संस्थापक कलक्टर सिंह केसरी का जन्म बिहार के जिला समस्तीपुर में 5 जून, 1909 को हुआ था. इन्होंने उस समय अंग्रेजी से एमए किया था. कलक्टर सिंह केसरी समस्तीपुर कॉलेज में संस्थापक के रूप में 20 वर्ष रहे थे. इनके कुछ प्रमुख रचनाएं है- मराली, कदम्ब, आम-महुआ, आदि.
Vidyapati
भारत के आदिकाल कवि माने जाने वाले विद्यापति का जन्म बिहार के मिथिला क्षेत्र के जिला मधुबनी के बिस्फी गांव में 1352 को हुआ था. इन्हें मैथिल कवि कोकिल के नाम से भी जाना जाता है. ये मैथिल कवि के साथ संस्कृत कवि, लेखक, संगीतकार, दरबारी और पुरोहित थे. इन्होंने कई मैथिल गीत और भक्ति गीत लिखे है.