रांची: 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले को लेकर झारखंड के पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की, आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रहे आरके आनंद सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने की सरकार ने एसीबी को अनुमति दे दी है. इस मामले पर सूबे में राजनीति तेज हो गई है.


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34वें राष्ट्रीय खेल का जिन्न एक बार फिर सूबे में सियासत गर्म कर रहा है. सरकार द्वारा एसीबी को जांच की हरी झंडी मिलने के बाद पूरे मामले को बंधू तिर्की ने राजनीति से प्रेरित बताया है. पूर्व खेल मंत्री ने साफ तौर पर सरकार पर यह आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ आवाज उठाने वालों को निशाना बनाया जा रहा है. लेकिन बंधु तिर्की किसी से नहीं डरता बंधु तिर्की ने कहा कि डरेंगे नही, लड़ेंगे और जीतेंगे भी क्योंकि न्यायालय पर उन्हें पूरा भरोसा है. वहीं उन्होंने सरकार और एसीबी को संपत्ति पब्लिक डोमेन में रखने की चुनौती दी है.


 



मामले पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा की सरकार का भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है. हमारी सरकार में कानून के हाथ वाकई लंबे हो गए, इसलिए कोई भी भ्रस्टाचारी नहीं बचेगा. जिस पर पलटवार करते हुए बंधु तिर्की ने कहा कि कंबल घोटाला ,कोआपरेटिव बैंक घोटाला, बिजली विभाग का घोटाला इसी सरकार में हुआ है और सारी चीजों से भटकाने के लिए उन्हें निशाना बनाया गया है लेकिन बंधु तिर्की कुछ और मिट्टी से बना हुआ है इसलिए वह डरता नहीं है.


इधर जेएमएम ने सरकार पर केंद्र के ढर्रे पर चलने का आरोप लगाया है. जेएमएम प्रवक्ता का कहना है कि बंधु तिर्की को साजिश के तहत फंसाने की कोशिश की गई है. वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार जनाधार वाले नेता को मामला बना कर प्रताड़ित करने की कोशिश कर रही है लेकिन अदालत में मुंह की खानी पड़ेगी. 


बहरहाल सरकार द्वारा एसीबी को दी गई हरी झंडी के बाद क्या कुछ मिलता है यह तो वक्त के साथ ही पता चलेगा लेकिन इतना तो साफ है 34वें राष्ट्रीय खेल के जिन्न ने एक बार फिर सूबे में सियासत गर्म कर दी है.