पटना:Bihar Politics: रविवार को आम जनता पार्टी राष्ट्रीय के अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड की तुलना में बिहार में 17 फीसदी कम आरक्षण है. बिहार में कुछ जातियों को नजरअंदाज किया गया है. लिहाजा यहां आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाए. विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा कि 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य का गठन हुआ. 22 साल के बाद झारखंड में पिछड़ा वर्ग की आबादी बढ़ जाने को लेकर सरकारी सेवा और शैक्षणिक क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के आरक्षण की सीमा 50% से बढ़ाकर 67% कर दिया गया है. जबकि बिहार में आरक्षण की सीमा ज्यों की त्यों यानी 50% तक ही है. विद्यापति चंद्रवंशी ने मांग की कि बिहार सरकार कैबिनेट बैठक कर आरक्षण के दायरे को यहां बढ़ाएं

 

सड़क पर लड़ाई लड़ेगी पार्टी

विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा कि झारखंड में अति पिछड़ा वर्ग को 15% आरक्षण दिया गया है. जबकि यहां अति पिछड़ों की आबादी कम है और बिहार में मात्र 18 फीसदी जबकि बिहार में पिछड़ा वर्ग से भी कई जातियों को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया है.आम जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी ने आरोप लगाया कि जब  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार है इसके बावजूद अति पिछड़ों को नजरअंदाज कर रहे हैं. यदि 50 से आरक्षण को बढ़ाकर 67 फीसदी नहीं किया गया तो उनकी पार्टी आंदोलन पर उतरेगी और इसके लिए सड़क पर लड़ाई लड़ेगी.

 


 

रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट जल्द हो लागू

विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा कि उनकी पार्टी पहले भी अति पिछड़ों के आरक्षण की लड़ाई लड़ती रही है. पिछड़ों को अति पिछड़ा बनाया गया लेकिन उनका आरक्षण नहीं बढ़ाया गया. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामाजिक न्याय के साथ विकास की बात करते हैं. रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट जल्द से जल्द लागू की जाए साथ ही आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाए नहीं तो उनकी पार्टी आंदोलन को मजबूर होगी.

 

इनपुट- रजनीश