Bihar News: बिहार में हुई जातीय जनगणना पर एक बार फिर प्रदेश में सियासी पारा गर्म होने वाला है. ठंड के मौसम में सियासी टेंपरेचर हाई हो सकता है, क्योंकि AIMIM विधायक ने बिहार सरकार की तरफ से कराई गई जातीय जनगणना को मुसलमानों के साथ छलावा बताया है. साथ ही उन्होंने अल्पसंख्यकों के लिए अलग से हिस्सा निर्धारित करने की मांग की है.


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दरअसल, AIMIM विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि बिहार की गरीब जनता के खून पसीने की कमाई के 500 करोड़ जातिगत जनगणना में खत्म हुई है. इस गणना का मतलब था पॉलिसी बने. ओबीसी के आबादी बड़ी है इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है इनके स्थिति को सही किया जाए और मुसलमान के साथ यह हकमारी हुई है तो उनका हिस्सा अलग से निर्धारित किया जाए, जिस तरह से दूसरे राज्यों में हुआ है. 


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अख्तरुल ईमान ने कहा कि हमारी यह मांग है अगर यह मुख्यमंत्री नहीं करते हैं और सरकार नहीं करती है तो यह जाति को तोड़ने वाला छलावा हो सकता है. न्याय संगत अमल नहीं हो सकता. अल्पसंख्यकों के साथ एक धोखा होगा. मुसलमान के नाम पर यह वोट लेते हैं अपने को हिमायती दिखाते हैं, लेकिन यह केवल ठगने का काम करते है.


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बता दें कि बिहार में जब से जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी किया है. तब से विपक्ष बिहार सरकार पर कई आरोप लगा रहा है. विपक्ष नीतीश सरकार पर आरोप लगा रहा है कि यह जगनगणना सही तरीक से नहीं किया गया है.


रिपोर्ट: रूपेंद्र श्रीवास्तव