पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन की चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय राजनीति के सारे द्वार बंद हो गए हैं. दूसरे राज्यों की बात तो दूर, बिहार के "किंग मेकर" लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने भी किसी पद के लिए नीतीश कुमार का नाम नहीं प्रस्तावित किया.


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सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पाने के लिए पटना में अपने पक्ष में पोस्टर लगवाये थे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का नाम आगे बढा कर केजरीवाल और ममता बनर्जी ने "खेला" कर दिया. लालू प्रसाद कुछ नहीं कर पाए.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन से झटका खाने के तुरंत बाद जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक एक साथ बुलाने की घोषणा कर बड़े बदलाव का संकेत दिया है. संगठन के भीतर हताशा बढ़ी है.


उन्होंने कहा कि जदयू में जब भी ऐसी बैठक होती है, राष्ट्रीय अध्यक्ष बदल जाता है. लालू प्रसाद से ललन सिंह की बढ़ती निकटता उन्हें हटाने का आधार हो सकती है. सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी की जगह मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित करने से स्पष्ट है कि पद की दावेदारी के जरिये गठबंधन में वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है.


गौरतलब है कि इंडिया' गठबंधन की मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद खबरें आई थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज है. हालांकि किसी भी तरह की नाराजगी से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इनकार किया है. जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ने साफ किया कि नीतीश कुमार की कोई नाराजगी नहीं है.