Bihar Politics: बिहार में हाल ही में सिलसिलेवार तरीके से गिरे पुलो पर राजनीति अभी तक जारी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. अब इसी कड़ी में जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है. अशोक चौधरी ने बुधवार (31 जुलाई) को बिहार पुल प्रकरण को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस मामले की जांच को लेकर अपडेट दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को पुल और पुलिया में अंतर नजर नहीं आता है. वह सब को पुल ही कहते हैं. 


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तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि इससे पहले आप भी डेढ़ साल तक इस विभाग के मंत्री रहे हैं. आपने जांच क्यों नहीं करवाई थी? मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने पूरे देश में जिस तरह से इस बात को उठाया उससे लग रहा था कि हम लोग बालू पर पुल बना रहे हैं. हमारे नेता नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में हम ढाई सौ से अधिक पुल बनवाए हैं. उन्होंने कहा कि यह सच है कि बीते दिनों में कुछ पुल ध्वस्त हुए. उसके लिए हमारे नेता नीतीश कुमार ने बैठक करके यह निर्णय लिया है कि बिहार में जितने भी चाहे किसी भी विभाग से बने हुए पुल हो उसका हेल्थ कार्ड बनवाएंगे.


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उन्होंने बताया कि प्रदेश में ध्वस्त हुए पुलों की जांच में कुछ अनियमितता सामने आई हैं. इस मामले में कई इंजीनियर एवं संवेदक पर कार्रवाई की गई है और कई इंजीनियर को निलंबित भी किया गया है. इससे भी हम संतुष्ट नहीं हैं और हमारा विभाग पुल ध्वस्त मामले की जांच करवा रहा है. मंत्री ने कहा कि हम पूरी निष्पक्षता के साथ क्वालिटी को मेंटेन करना चाहते हैं इसलिए इसकी जांच निगरानी को दी गई है.