Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार में होने वाले उपचुनाव से पहले सियासी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. इसी के तहत उन्होंने अपनी पार्टी का कुनबा मजूबत करने के लिए तोड़फोड़ का सियासी खेल शुरू कर दिया है! इसकी बनागी 12 अगस्त, 2024 दिन सोमवार को देखने को मिली, जब बीजेपी, जेडीयू और बीएसपी के कई बड़े नेता राजद का दामन थाम लिया. इन सभी नेताओं को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सदस्यता ग्रहण करवाई.


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राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, 'जदयू नेत्री लक्ष्मी चंद्रा, बीजेपी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी अभिमन्यु कुमार और बसपा नेता सह मुजफ्फरपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष विजय राम, रामशरण सहनी, जदयू नेता सैयद वसीम सज्जाद वारसी के साथ कई नेता राजद को ज्वॉइन किया.' एजाज अहमद ने कहा कि इन नेताओं राजद में आने से पार्टी और मजबूत होगी. 


वहीं, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि जदयू और बीजेपी केवल सत्ता के लिए काम करते हैं. उनको जनता के काम से कोई मतलब नहीं होता है. वह जनता के खिलाफ काम करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी, जदयू और बीएसपी में कार्यकताओं के मान सम्मान और भावनाओं का ख्याल नहीं रखा जाता है. यही वजह है कि इनके दल से लोग छोड़कर हमारे दल में आ रहे हैं.



बीजेपी-जदयू और बीएसपी के कई नताओं के राजद में शामिल होने पर माना जा रहा है कि लालू यादव उपचुनाव के लिए पूरी तरह से विपक्षी दलों पर दबाब बनाना चाहते हैं. लालू प्रसाद यादव के इस कदम की चर्चा बिहार के सियासी गलियारों में खूब हो रही है. इस क्रम में राजद सुप्रीमो में पहला दांव चल दिया है.


बता दें कि बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. जिनमें तरारी, बेलागंज, रामगढ़ और इमामगंज हैं. इन सीटों पर मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन होने वाला है.