Bengaluru Opposition Meeting: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के बीच रस्साकशी शुरू हो चुकी है. मंगलवार (18 जुलाई) को बेंगलुरु में मोदी विरोधी नेताओं का जमावड़ा लगा. इसमें बीजेपी को हराने के लिए चर्चा हुई. दूसरी ओर दिल्ली में बीजेपी ने भी अपने साथियों के साथ मिलकर मंथन किया. एनडीए की बैठक में पीएम मोदी ने सहयोगियों को जीत का मंत्र दिया. अब इन दोनों बैठकों की समीक्षा हो रही है. विपक्षी बैठक में जो सबसे बड़ी बात सामने आई वो ये है कि विपक्षी दलों ने अपने नए गठबंधन का नाम 'INDIA' (इंडिया) रखा है.


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अब सवाल ये है कि आखिर 'इंडिया' नाम ही क्यों रखा गया? इस नाम को किसने रखा है? इसके पीछे विपक्ष की क्या सियासत है? जानकारी के मुताबिक, विपक्षी गठबंधन का नाम 'INDIA' रखने का सुझाव कांग्रेस नेता राहुल गांधी का था. क्योंकि इससे पहले तक यूपीए का नाम बदलकर PDA करने की खबरें सामने आई थीं. राहुल ने INDIA नाम रखने की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि यह NDA और INDIA की लड़ाई है. नरेंद्र मोदी और इंडिया के बीच लड़ाई है. उनकी विचारधारा और INDIA के बीच की लड़ाई है. हमने निर्णय लिया है कि हम एक एक्शन प्लान तैयार करेंगे और एक साथ मिलकर देश में हमारी विचारधारा और हम जो करने जा रहे हैं उसके बारे में बोलेंगे.


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जिसके बाद से देश में INDIA vs NDA ट्रेंड करने लगा है. INDIA नाम रखने से विपक्ष काफी खुश है. लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने तो यहां तक कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन भारत का प्रतिबिंब है. अब भाजपा को INDIA कहने में भी पीड़ा होगी. हालांकि कुछ देर बाद ही पार्टी का यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया. उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा कि तो इस बार 2024 होगा, टीम INDIA Vs टीम NDA चक दे इंडिया!


वहीं बीजेपी की ओर से इस नाम पर भी हमला किया गया है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि अंग्रेजों ने भारत का नाम इंडिया रखा था और इसे लूटने का काम किया था. अब वही काम विपक्ष कर रहा है इसलिए उसने भी अपने गठबंधन का नाम 'इंडिया' रखा है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भ्रष्ट और परिवारवादी विपक्षी दलों के मंच का नाम 'INDIA' रखने से इनकी खोटी नीयत छिपने वाली नहीं है. इनके इलीट, पश्चिम-प्रभावित और हिंदू-विरोधी 'INDIA' को करोड़ों गरीबों, पिछड़ों का संस्कृतिनिष्ठ भारत 2024 में मुंहतोड़ जवाब देगा. इंडिया बनाम भारत मैच में जीत भारत की होगी. 


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असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हमारा संघर्ष इंडिया और भारत के इर्द-गिर्द केंद्रित है. अंग्रेजों ने हमारे देश का नाम इंडिया रखा. हमें खुद को औपनिवेशिक विरासतों से मुक्त करने की कोशिश करनी चाहिए. हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे. बीजेपी नेता कपिल मिश्र ने कहा कि वो खुद को UPA नहीं कह सकते, क्योंकि UPA सुनते ही उनके पुराने पाप और लूट याद आ जाती है. इसलिए नाम बदलना उनकी मजबूरी है. असली India को पता है, नए नाम के पीछे वहीं पुराने लुटेरे हैं.