INDI Alliance: इंडिया की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. जेडीयू को उम्मीद थी कि उसके नेता नीतीश कुमार और बिहार के सीएम नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता या फिर संयोजक बनाया जाएगा लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. सूत्रों के अनुसार जो खबरें आ रही हैं, उसके अनुसार संयोजक पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा गया लेकिन अभी तक उस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को संयोजक बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था. हालांकि इस प्रस्ताव पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. 


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अरविंद केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की पैरवी करते हुए कहा, अगर उनका नाम आगे बढ़ाया गया और जीत हासिल हुई तो आजादी के बाद पहली बार कोई दलित देश का प्रधानमंत्री बनेगा. आजादी के 75 साल बाद यह मौका हाथ आ सकता है और इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. 


ममता बनर्जी ने बैठक में यह भी कहा कि 31 दिसंबर तक सीट शेयरिंग पर चर्चा फिक्स हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि 31 तक यह तय हो जाना चाहिए कि कौन दल किस सीट से चुनाव लड़ने वाला है. ममता बनर्जी की इस बात का कई दलों के नेताओं ने भी स्वागत किया. 


गठबंधन की बैठक में सीट शेयरिंग, संयोजक/चेयरपर्सन और मोदी हटाओ की जगह वैकल्पिक एजेंडा आदि पर चर्चा हुई. बैठक में सांसदों के निलंबन का मसला भी उठा. सभी विपक्षी दलों ने एक सुर में सांसदों के निलंबन की निंदा की और इसे मोदी सरकार की तानाशाही करार दिया. 


बैठक के बाद साझा प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सांसदों के निलंबन के खिलाफ हम पूरे देश में 22 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करेंगे. विरोध प्रदर्शन में सभी दलों के नेता शामिल होंगे. खड़गे ने यह भी कहा कि यूपी, दिल्ली और पंजाब में सीट शेयरिंग पर जल्द फैसला लिया जाएगा. 


बैठक के बाद बाहर निकले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और राघव चड्ढा के साथ बैठक में शामिल हुए. केजरीवाल ने बैठक से निकलने के बाद कहा, बैठक अच्छी रही, जल्द कैंपेन शुरू करेंगे. 


राजद नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, तीन हफ्ते में गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी. उन्होंने कहा, तीन हफ्ते में सभी मुद्दे सुलझ जाएंगे.