रांची: झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी ने झारखंड में नियुक्ति परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगाए हैं. सोमवार को झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नौकरियों के लिए आयोजित परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं, नियमों के विरुद्ध अभ्यर्थियों का चयन किया गया और बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है. उन्होंने इन मामलों की सीबीआई जांच कराने की मांग की.


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बाउरी ने कहा कि पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा में 24 केंद्र बनाए गए थे. इनमें से सिर्फ दो परीक्षा केंद्रों से 750 से ज्यादा अभ्यर्थियों का चयन किया गया है. यह आंकड़ा बताता है कि पूरी परीक्षा प्रक्रिया ही फिक्स थी और इसके जरिए नौकरियां बेची गई हैं. अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ियों के सबूत लगातार दे रहे हैं, लेकिन सरकार में कोई उनकी सुनने को तैयार नहीं है.


उन्होंने कहा कि लैब असिस्टेंट की परीक्षा में 130 नंबर लाने वाले अभ्यर्थी की बहाली नहीं हुई, जबकि मात्र 80 नंबर वाले अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया और नियम विरुद्ध गृह जिले में पोस्टिंग दे दी गई. जूनियर इंजीनियरों की बहाली के लिए हुई परीक्षा का पेपर लीक हुआ. इसके बाद परीक्षा रद्द कर दी गई. इसी तरह जेएसएससी-सीजीएल की परीक्षा का पेपर लीक हुआ. इन मामलों के मास्टरमाइंड और किंगपिन आज तक पकड़ से बाहर हैं. उन्होंने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर किसे बचाया जा रहा है?


भाजपा नेता ने कहा कि एक तो राज्य में लाखों पद रिक्त पड़े हैं. साढ़े चार साल तक सरकार बहालियां टलती रही. कुछेक पदों पर नियुक्ति की परीक्षाएं शुरू हुईं तो उनमें जमकर धांधली हुई है. राज्य के छात्र-युवा गुस्से में हैं. अगर सरकार ने गड़बड़ियों की जांच नहीं कराई तो राज्य में हालात बदतर हो सकते हैं.


इनपुट- आईएएनएस


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