Bihar Politics: सोमवार को हो सकता है नीतीश कैबिनेट का विस्तार, BJP से मंत्री पद के दावेदारों में ये नेता आगे
Bihar Politics: बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से जब पार्टी के नेता वापस आएंगे, तभी मंत्रिमंडल विस्तार की रूपरेखा तय की जा सकती है. हालांकि, इसको लेकर अटकलों का बाजार गरम हो चुका है. अभी से संभावित मंत्रियों के नाम पर अटकलें लगाई जाने लगी हैं.
Bihar Politics: बिहार में एनडीए सरकार बने एक पखवाड़े से अधिक का समय निकल चुका है, लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है. संभावना जताई जा रही है कि दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक समाप्त होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. राष्ट्रीय परिषद की बैठक से जब पार्टी के नेता वापस आएंगे, तभी मंत्रिमंडल विस्तार की रूपरेखा तय की जा सकती है. हालांकि, इसको लेकर अटकलों का बाजार गरम हो चुका है. अभी से संभावित मंत्रियों के नाम पर अटकलें लगाई जाने लगी हैं.
बीजेपी की ओर से एक बार फिर से सभी को चौंकाते हुए नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है. बीजेपी कोटे की बात करें तो, बीजेपी से कई नए चेहरे को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है. इस दौड़ में कई युवा चेहरे भी शामिल हैं. वैसे पुराने चेहरों में शाहनवाज हुसैन, नितिन नवीन को जगह मिलना तय माना जा रहा है. कुछ लोगों का मानना है कि बीजेपी के वरिष्ठ विधायकों की किस्मत भी चमक सकती है. इसमें बुजुर्गों को ज्यादा वरियता देने की कवायद भी चल रही है. हालांकि, इतना तय माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए एनडीए में शामिल सभी दल क्षेत्रीय, सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों का जरूर ख्याल रखेगी.
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वहीं जेडीयू की ओर से एक बार फिर अपने पुराने चेहरों को ही मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की काफी अटकलें लगाई जा रही हैं. जेडीयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा विजय कुमार चौधरी और श्रवण कुमार को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. विजय कुमार चौधरी के पास छह और श्रवण कुमार के पास तीन विभाग हैं. जेडीयू नेता महेश्वर हजारी अभी भी विधानसभा के उपाध्यक्ष के पद पर विराजमान हैं.
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बीजेपी कोटे में अभी 13 और मंत्री बनाए जाने हैं. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व भी अभी उप मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद सम्राट चौधरी के पास ही हैं. ऐसे में संभव है कि इस पद का दायित्व भी पार्टी किसी अन्य व्यक्ति को सौंप दे. दोनों पदों यह भी संभव है कि विधान मंडल के चालू सत्र में ही पार्टी विधानसभा एवं विधान परिषद में सत्तारूद दल के सचेतक एवं उप सचेतक के नाम की भी घोषणा करे दें.