Congress: 2024 के लिए कांग्रेस ने कसी कमर, नई टीम में भूमिहार-ब्राह्मणों का वर्चस्व
बिहार के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने अपनी नई टीम का गठन कर लिया है. इस टीम में प्रदेश के सभी 39 जिलों के लिए जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं.
Bihar Politics: देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस पार्टी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. लंबे समय बाद आखिरकार पार्टी ने बिहार में अपने संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने आखिरकार अपनी टीम का ऐलान कर दिया है. उन्होंने प्रदेश के सभी 39 जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है. उनकी नई टीम में भूमिहारों और ब्राह्मणों का वर्चस्व दिखाई दे रहा है.
कुल 39 जिलाध्यक्षों में से करीब 66 प्रतिशत अगड़ी जातियों से हैं. 39 जिलों में से 11 भूमिहार, 8 ब्राह्मण, 6 राजपूत, 5 मुस्लिम, 4 यादव, 3 दलित, 1 कुशवाहा और 1 कायस्थ जाति से हैं. इसके अलावा बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और विधायक दल के नेता अजीत शर्मा भी भूमिहार जाति से ही हैं. इससे एक बात साफ हो गई है कि कांग्रेस पार्टी की नजर पिछड़ों से ज्यादा सवर्ण वोटरों पर है.
भूमिहारों को मनाने की कोशिश
बिहार में भूमिहार वोटर ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों का काफी साथ दिया है. आजादी के बाद इस वोटबैंक पर कांग्रेस का अधिपत्य था लेकिन बाद में ये वोटबैंक बीजेपी में शिफ्ट हो गया. हालांकि पिछले कुछ वर्षों में ये वोटर बीजेपी से भी नाराज हो गए हैं. भूमिहारों को मनाने के कारण ही बीजेपी ने भूमिहार समुदाय के विजय कुमार सिन्हा को नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी सौंपी है. सामने 2024 का चुनाव है और कांग्रेस भूमिहारों की ताकत जानती है. इसी के चलते कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह को प्रदेश की कमान सौंप रखी है, वो भी भूमिहार हैं. बता दें कि भूमिहार जाति के वोटर पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, जहानाबाद, बेगूसराय, नवादा, सीतामढ़ी, आरा में जीत-हार की ताकत रखते हैं.
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JDU-RJD का सवर्णों पर फोकस
पिछड़ों की राजनीति को बढ़ावा देकर स्थापित हुई राजद और जदयू भी अब सवर्ण वोटरों को रिझाने में जुटी है. जेडीयू ने भूमिहार नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रखा है. वहीं लालू यादव भले ही MY समीकरण पर फोकस करते रहे हों लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर राजपूत समुदाय से आने वाले उनके जगदानंद सिंह को दोबारा से बिठाया गया है. जगदानंद सिंह से इतना प्रेम आरजेडी में 'सवर्ण प्रेम' के प्रतीक के रूप में है.