Prof Chandrashekhar: बिहार के शिक्षा मंत्री फिर से सुर्खियों में, अब राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा पर कही बड़ी बात
Bihar Education Minister On Ram Mandir: बिहार के शिक्षा मंत्री इससे पहले रामचरित मानस पर विवादित बयानबाजी कर चुके हैं. उन्होंने रामचरित मानस को पोटेशियम साइनाइड बताया था. अब उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर सवाल उठाया है.
Bihar Education Minister On Ram Mandir: राम मंदिर पर राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह के विवादित पोस्टर पर सियासी घमासान जारी है. इस बीच बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर यादव एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. शिक्षा मंत्री ने इस बार अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन समारोह पर विवादित कमेंट करके राजनीतिक पारे को बढ़ा दिया है. दरअसल, आगामी 22 तारीख को पीएम मोदी के हाथों से भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है. भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. इस कार्यक्रम पर बिहार के शिक्षा मंत्री ने सवाल उठाया है.
राजद नेता ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि भगवान के अंदर प्राण देने का अधिकार किसको है? उन्होंने कहा कि भगवान तो सर्वव्यापी हैं, ऐसे में कोई भगवान के अंदर प्राण नहीं दे सकता है. वहीं राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या जाने के सवाल पर प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे न्यौता मिलेगा तो जाऊंगा, नहीं मिलेगा तो नहीं जाऊंगा.
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बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री इससे पहले रामचरित मानस पर विवादित बयानबाजी कर चुके हैं. उन्होंने रामचरित मानस को पोटेशियम साइनाइड बताया था. उन्होंने कहा था कि जब तक यह रहेगा तब तक वह इसका विरोध करते रहेंगे. इससे पहले राजद के ही विधायक फतेह बहादुर सिंह ने राबड़ी आवास के बाहर ही राम मंदिर पर विवादित पोस्टर लगवाया था. इस पोस्टर में उन्होंने लिखवाया है कि मंदिर का मतलब है मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल यानी जीवन में प्रकाश.
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पोस्टर में आगे लिखा है कि जब मंदिर की घंटी बजती है तो अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की ओर बढ़ने का संकेत है. वहीं, जब स्कूल की घंटी बजती है तो तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता के साथ प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं इसका सूचक है. बता दें कि फतेह बहादुर ने इससे पहले ब्रह्माजी को चरित्रहीन बताया था और मां सरस्वती पर भी बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इन सभी घटनाओं को देखकर लगता है कि लालू यादव की पार्टी आरजेडी में हिंदू आस्था को चोट पहुंचाने का फैशन बन चुका है.