Bihar Politics: मिशन 2024 के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पूरी ताकत से काम जुटे हैं. वहीं बीजेपी के चाणक्य यानी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी एक्टिव हैं. वे बिहार से ही नीतीश कुमार के सपनों पर पानी फेरने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. नीतीश जहां विपक्ष को एकजुट करने का काम कर हैं, वहीं अमित शाह भी NDA गठबंधन को नए सिरे से तैयार करने में लगे हुए हैं. नीतीश दिल्ली में जिस वक्त विपक्षी नेताओं से मिल रहे थे, तो अमित शाह उनके ही सहयोगी जीतन राम मांझी से मुलाकात कर रहे थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इसी कड़ी में अब नीतीश के सहयोगी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने भी अमित शाह से मुलाकात की है. ये मुलाकात गुरुवार (20 अप्रैल) की रात को दिल्ली में हुई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुशवाहा और शाह के बीच बंद कमरे में 45 मिनट तक बातचीत हुई. इस मुलाकात के बाद बिहार की राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है. इस मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा का एनडीए में लौटना तय हो चुका है. 


2014 में रह चुके एनडीए का हिस्सा


बता दें कि कुशवाहा पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं. 2014 का लोकसभा चुनाव उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था, उस वक्त उनके दल का नाम रालोसपा था. 2014 में वह मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा भी रह चुके हैं. हालांकि 2017 में नीतीश कुमार ने जब महागठबंधन छोड़कर एनडीए में वापसी की तो कुशवाहा के समीकरण भी बिगड़ गए और 2018 में उन्होंने मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देकर नीतीश के पीछे चलने लगे. 


ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: बिहार में भाजपा का नया स्टंट, सीमांचल में मुस्लिम वोट बैंक को साधने के लिए कर रही तैयारी, क्या मिलेगा फायदा?


बस औपचारिक ऐलान बाकी!


नई राह पर कुशवाहा ज्यादा दिनों तक चल नहीं सके और फिर से जेडीयू से अलग होने के बाद अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का गठन किया और लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कुशवाहा एनडीए के घटक दल के तौर पर बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि दोनों ही पार्टियों की तरफ से अभी इसका औपचारिक ऐलान किया जाना बाकी है.