Patna Lathicharge: पटना का माहौल गुरुवार सुबह से ही गर्म था. चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल की तैनाती दिख रही थी. बीजेपी विधायकों का विधानसभा मार्च होना था. गांधी मैदान से शुरू होने वाले मार्च को लेकर सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा होने लगी थी. 12 बजे तय समय के अनुसार मार्च शुरू हुआ. प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में मार्च आगे बढ़ रहा था. मार्च जैसे ही डाकबंगला चैराहे पर पहुंचा, अचानक से लाठीचार्ज होने लगा. पुलिस का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से पत्थर और कंकड़ फेंके गए थे, जिसके बाद से लाठी चार्ज किया गया. यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने बीजेपी विधायकों और कार्यकर्ताओं को डाकबंगला चैराहे पर रोकने की कोशिश की पर बीजेपी विधायक और कार्यकर्ता नहीं माने तो अंत में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. यही नहीं बीजेपी नेताओं पर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया. लाठीचार्ज में पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा और नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. जो जहां मिला, जहां गिरा, पुलिस ने वहीं लाठी बरसा दी. इस लाठीचार्ज में बीजेपी के दर्जनों कार्यकर्ताओं सहित कुछ वरिष्ठ नेता भी घायल हो गए हैं. घायलों में बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल भी बताए जा रहे हैं. 


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लाठीचार्ज होने पर भाजपा बिहार अध्यक्ष सम्राट चौधरी विधायकों के साथ डाकबंगला चैराहे पर ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बर्बरता का जनता जवाब देगी. बीजेपी ने पहले ही ऐलान किया था कि वह सड़क से लेकर सदन तक हल्ला बोल करेगी, एक तरफ विधानसभा में हंगामे के चलते भाजपा के दो विधायकों जीवेश मिश्रा और इंजीनियर शैलेंद्र को मार्शलों ने उठाकर बाहर फेंक दिया. वहीं डाकबंगला चैराहे पर भाजपा विधायकों के मार्च पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. 


प्रशासन की ओर से बीजेपी नेताओं को डाकबंगला चैराहे पर रोका जा रहा था पर वे नहीं मानें. यह भी कहा जा रहा है कि लाठी चार्ज तब किया गया जब बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से कंकड़ और पत्थर फेंके गए. हालांकि बीजेपी इस बात से इनकार कर रही है. लाठी चार्ज के बाद प्रेस से बात करते हुए विधानसभा में विधायक दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, हम इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. यह भ्रष्टाचारी सरकार है. हमारे कार्यकर्ताओं को जिस तरह से पीटा गया, वह दिखाता है कि सरकार कितनी डरी हुई है. हमारी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा गया. 


विजय कुमार सिन्हा ने यह भी कहा कि यह अपराधी सरकार है. नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन चुके हैं और सदन में किसी को बोलने नहीं देते. हम इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे.