Bihar Politics: बिहार की सक्रिय राजनीति में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भले काम नहीं कर रहे हों लेकिन, महागठबंधन की सरकार की राजनीति लालू प्रसाद यादव के इर्द-गिर्द ही घूमती नजर आ रही है. बिहार में सत्ता के संचालन से लेकर विपक्षी दलों की लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक मंच पर सहभागिता सब में लालू प्रसाद यादव का अहम रोल नजर आ रहा है. लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से एक बार फिर से बिहार की राजनीति पर अपनी खासी धमक दिखा रहे हैं. आपको बता दें किडनी प्रत्यारोपण के बाद अब वह स्वस्थ नजर आ रहे हैं और सोशल मीडिया के जरिए वह तमाम राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय भी रखते हैं. इस बीच लालू यादव पर उनके एकदम ठेठ देसी अंदाज में भाजपा की तरफ से भी तंज कसा गया है.


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दरअसल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है. जिसपर संसद में बहस चल रही है. राजद सुप्रीम लालू यादव ने इसी को लेकर मंगलवार को एक ट्वीट कर भाजपा पर हमला बोला और भाजपा की तरफ से भी उन्हीं के शुद्ध देसी अंदाज में उनको जवाब दिया गया.



लालू परिवार को लेकर लोकसभा में बयान दिया गया तो इसी पर राजद सुप्रीमो ने ट्वीट कर भाजपा को संस्कार विहीन पार्टी बता दिया जिसके बाद भाजपा की तरफ से यह प्रतिक्रिया आई है. लालू यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि- संस्कार विहीन, मर्यादाहीन भड़काऊ जनता पार्टी के नेता और मंत्री संसद में गुंडे-मवालियों की तरह सड़क छाप भाषा और गाली-गलौज पर उतर चुके हैं. 2024 की स्पष्ट हार को देखकर ये लोकतांत्रिक मर्यादाएं, परंपराएं, संस्कृति और स्वस्थ संवाद को छोड़, डर से बुरी तरह बौखला गए हैं.



बिहार भाजपा की तरफ से लालू यादव के कई वीडियो को एक साथ मिलाकर पोस्ट किया गया और लिखा गया कि लालू जी के मुंह से भाषाई मर्यादा, संस्कार, परंपराओं की प्रकटीकरण, शहद की तरह टपक रहा है.



वहीं बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े ने ट्वीट करते हुए लालू प्रसाद यादव के ट्वीट पर पलटवार किया. विनोद तावड़े ने लिखा कि बिहारी में एक कहावत है- 'चलनिया दूसे सुपवा के'. आजकल लालू जी का भी यही हाल है. बाकी बिहार की जनता समझदार है.


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