मुंगेर : हम कभी अपने उसूल और स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं करते. यदि लड़ते हैं तो ताल ठोककर और मिलते हैं तो दिल खोलकर. रविवार को पोलो मैदान में फ्रेंड्स आफ आनंद की ओर से आयोजित नागरिक अभिभनंदन समारोह को संबोधित करते हुए यह बातें पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कही. भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा वॉशिंग पाउडर वाली पार्टी है. जो उसके साथ आता है उसके सारे पाप धुल जाते हैं. भाजपा मेरे कंधे पर सवार होकर बिहार में गांव-देहात की पार्टी बनी. मैं वही आनंद मोहन हूं जो कभी अटल बिहार वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी तथा मुरली मनोहर जोशी के साथ बैठता था और भैरो सिंह शेखावत के उप राष्ट्रपति बनाने की योजना बनाता था.  


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आनंद मोहन ने कहा कि मेरे हस्ताक्षर से एनडीए का चुनावी घोषणा पत्र जारी होता था. लेकिन, जब मेरी जेल से रिहाई हो रही थी तो भाजपा नेता के पेट में दर्द हो रहा था. शुक्र है नीतीश कुमार और ललन सिंह का कि उन्होंने आम और खास आदमी के लिए बने अलग-अलग कानून को समाप्त कर मुझे रिहा कराया. उन्होंने पटना में लाठी चार्ज को लेकर कहा की कोई मोदी और कोई राज्य समाने नहीं आये. लेकिन जनार्दन सिग्रीवाल को बहुत ही मार लगी. उन्होंने कहा की बीजेपी कहती है इस प्रदर्शन में एक व्यक्ति की मौत हो गयी,उन्होंने कहा लठैती कीजिये आप नेता बनेगा चौधरी, राय जी, मोदी जी.   


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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुंगेर सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि आंनद मोहन उस अपराध की सजा काट रहे थे जो अपराध उन्होंने किया ही नहीं. गोपालगंज डीएम जी. कृष्णैया की हत्या मुजफ्फरपुर में होती है और उसके साढ़े बारह मिनट बाद आनंद मोहन की हाजीपुर से गिरफ्तारी होती है. ऐसा कैसे संभव है कि उस समय कोई व्यक्ति साढ़े बारह मिनट में मुजफ्फरपुर से हाजीपुर पहुंच जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनलोगों ने राज्य में ऐसा कानून बनाया कि कोई यदि किसी स्तर के सरकारी कर्मी की हत्या करता है तो उसे कोई परिहार नहीं मिलेगा और यदि कोई आम व्यक्ति की हत्या करता है तो उसे परिहार का लाभ मिलेगा, उसकी सजा कम हो जाएगी. आम और खास व्यक्ति के लिए बनाए गए इस अलग-अलग कानून को नीतीश कुमार ने बदला और आनंद मोहन की रिहाई हुई. जो लोग इनके रिहा होने पर हल्ला मचा रहे हैं वे आनंद मोहन के साथ गठबंधन में रह चुके हैं. यदि आनंद मोहन की रिहाई पर हल्ला मचाने वाले देश की चिंता किए होते तो देश बदल गया होता. इसलिए लोग देश में चल रही ड्रामेबाजी से सतर्क रहें. यदि इस बार भूल हुई तो अगले बार से चुनाव ही नहीं होगा.  


प्रशांत कुमार