Bihar: G20 के डिनर में PM मोदी से मिलेंगे CM नीतीश, जानिए डिनर डिप्लोमेसी के सियासी मायने
G20 के डिनर में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पटना से दिल्ली रवाना हो चुके हैं. एनडीए से अलग होने के बाद तकरीबन डेढ़ साल बाद नीतीश कुमार की जी20 भोज में पीएम मोदी मुलाकात होगी.
Nitish Kumar News: दिल्ली में चल रहे जी20 समिट को लेकर मेहमानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से आज यानी शनिवार (9 सितंबर) को रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा. इस डिनर में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पटना से दिल्ली रवाना हो चुके हैं. एनडीए से अलग होने के बाद तकरीबन डेढ़ साल बाद नीतीश कुमार की जी20 भोज में पीएम मोदी मुलाकात होगी. इस दौरान दोनों नेताओं का रिएक्शन देखने लायक होगा.
जी20 भोज में नीतीश कुमार का जाना चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि नीतीश कुमार इससे पहले कई बार मोदी सरकार के कार्यक्रमों का बहिष्कार कर चुके हैं. नए लोकसभा भवन के उद्घाटन के समय भी नीतीश कुमार की पार्टी ने इसका बॉयकॉट किया था. लेकिन अब नीतीश का बदला रुख बड़े इशारे कर रहा है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नीतीश कुमार का जी20 डिनर में जाना यूं ही नहीं है. वह विपक्षी गठबंधन 'I.N.D.I.A.' में अपनी नाराजगी जाहिर करना चाहते हैं.
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उनका कहना है कि लालू यादव के कहने पर नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता की नींव रखी थी. उस वक्त लालू यादव ने नीतीश कुमार को अगुवाई करने को कहा था. उनकी ओर से वादा किया गया था कि उन्हें ही अगुवाकार बनाया जाएगा. इसी वादे पर ही नीतीश कुमार ने विपक्ष को एकजुट कर दिया. हालांकि अब उनकी मेहनत पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है. अगस्त 2022 में नीतीश से जो वादे किए गए थे, वो अब पूरे नहीं किए जा रहे हैं. लालू की ओर से अब खुलकर राहुल का समर्थन किया जा रहा है, इसीलिए नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे हैं.
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राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नीतीश ने राहुल गांधी को चमकाने के लिए इतनी मेहनत कतई नहीं की थी. जी20 के डिनर में जाकर नीतीश की ओर से साफ कर दिया कि उनको इग्नोर करना महंगा पड़ सकता है. हालांकि, ये भी तय है कि नीतीश कुमार इतनी जल्दी एनडीए में नहीं जाने वाले हैं. ये बस प्रेशर पॉलिटिक्स है. नीतीश कुमार कांग्रेस और राजद को अपना महत्व दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. माना जा रहा है कि नीतीश अपने तेवरों से राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव को थोड़ा बैकफुट पर जाने को मजबूर कर रहे हैं.