Kalaignar Kottam: बीजेपी के खिलाफ विपक्ष एकता की कवायद में जुटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ी सफलता हासिल होने वाली है. वह आगामी 20 जून को तमिलनाडु के तिरुवरुर में 'कलैगनार कोट्टम' का उद्घाटन करेंगे, जो दिवंगत डीएमके नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के जन्म शताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में होगा. डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ये फैसला लिया है. स्टालिन के इस फैसले से विपक्षी एकजुटता में नई जान आएगी और विपक्ष में नीतीश कुमार की स्वीकार्यता बढ़ेगी.


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बता दें कि तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी DMK अपने दिवंगत नेता और पूर्व सीएम एम. करुणानिधि का एक साल का शताब्दी समारोह मनाने का फैसला लिया है. इस समारोह में डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने राज्य के प्रत्येक जिले में 'कलैगनार पडिप्पागम' की स्थापना करने का निर्णय लिया है. इसके तहत जिले के 100 योग्य छात्रों इंटरनेट सुविधा से युक्त स्टडी सेंटर बनाए जाएंगे. इसके अलावा होनहार छात्रों का छात्रवृत्ति भी दी जाएगी.


अपने दिवंगत नेता के 100 वें जन्मदिन के मौके पर DMK बड़े आयोजन की तैयारी कर रहा है, जिसमें विपक्षी दलों के नेताओं का जमावड़ा देखने को मिल सकता है. DMK नेता टीआर बालू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मार्च में इस आयोजन का निमंत्रण दिया था. नीतीश की ओर से निमंत्रण स्वीकार करते हुए कार्यक्रम में पहुंचने का भरोसा दिया गया था. अब सीएम स्टालिन ने नीतीश के हाथों 'कलैगनार पडिप्पागम' का उद्घाटन कराने का निर्णय लिया है. 


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उधर नीतीश कुमार ने 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. इसमें मोदी विरोध दलों के नेताओं को बुलाया गया है. इस बैठक को आयोजित करने के लिए नीतीश ने काफी भागदौड़ की. उन्होंने एक ही दिन में कोलकाता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तो लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. रांची में सीएम हेमंत सोरेन तो मुंबई में उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात की थी. दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मिले थे. उनकी दौड़-भाग कितनी सफल हुई, ये 12 जून को देखने को मिलेगी.