सीएम सोरेन की ही बैठक में नहीं पहुंचे जेएमएम के तीन विधायक, 3 कांग्रेसी विधायक भी रहे दूर
मुख्यमंत्री आवास में चल रही बैठक से 6 विधायक गायब रहे है. इनमें से जेएमएम विधायक बसंत सोरेन, विधायक चमरा लिंडा और विधायक सरफराज अहमद शामिल नहीं हो पाए हैं. इनके अलावा कांग्रेस की तरफ से विधायक ममता देवी, विधायक नेहा शिल्पी तिर्की और विधायक भूषण बाड़ा शामिल नहीं हो पाए हैं.
रांचीः झारखंड की महागठबंधन सरकार में शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायकों के साथ एक बैठक का आयोजन किया. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में छह विधायक नदारद दिखे. मुख्यमंत्री आवास में चल रही सत्ता धारी दल के विधायक दल की बैठक में जेएमएम विधायक बसंत सोरेन, विधायक चमरा लिंडा और विधायक सरफराज अहमद शामिल नहीं हो पाए हैं. जबकि कांग्रेस की तरफ से विधायक ममता देवी, विधायक नेहा शिल्पी तिर्की और विधायक भूषण बाड़ा शामिल नहीं हो पाए हैं. बता दें, कि झारखंड में पिछले कुछ दिनों से कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है. इस बैठक में शामिल ना होने को लेकर विधायकों ने यही बहाना बना दिया.
छह विधायकों में ये रहे गायब
मुख्यमंत्री आवास में चल रही बैठक से 6 विधायक गायब रहे है. इनमें से जेएमएम विधायक बसंत सोरेन, विधायक चमरा लिंडा और विधायक सरफराज अहमद शामिल नहीं हो पाए हैं. इनके अलावा कांग्रेस की तरफ से विधायक ममता देवी, विधायक नेहा शिल्पी तिर्की और विधायक भूषण बाड़ा शामिल नहीं हो पाए हैं. बता दें कि रांची में पिछले कई दिनों से तेज बारिश हो रही है जिस वजह से ये विधायक बैठक में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन सीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में विधायकों का न पहुंचना कई सवाल खड़े करता है. बता दें, कांग्रेस ने अपने विधायकों को पहले ही रांची में रहने के निर्देश जारी कर दिए थे.
इस मुद्दे पर हुई बैठ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पद पर रहते हुए अपने नाम से माइनिंग लीज आवंटित करवाई थी. जिस मामले में निर्वाचन आयोग ने अपनी सुनवाई पूरी कर ली है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री के खिलाफ दायर जनहित याचिका (पीआईएल) पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. ऐसे में अगर ये फैसला उनके पक्ष में नहीं आता तो क्या कदम उठाए जाएंगे इसी चर्चा पर बैठक बुलाई गई थी.
सरकार के पाले में है 52 विधायक
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो झारखंड सरकार के पाले में कुल 52 विधायक है. बता दें कि इस समय 18 विधायक हैं, जिनमें से 3 जेल में हैं यानि बाकि के 15 विधायक ही बचे हैं. इसके अलावा जेएमएम के पास 30, राजद के पास 1, सीपीआईएमएल के पास 1, एनसीपी के पास 1 और सरयू राय भी हैं. यानी कुल विधायक (81) में से फिलहाल 52 सरकार के समर्थन में है. जबकि 26 विधायक बीजेपी के हैं, जिनमें 1 बीमार हैं. वहीं 2 आजसू के पास हैं. अमित मंडल निर्दलीय भी बीजेपी के पाले में हैं यानी 29 विधायक विपक्ष में हैं.