Bharat Jodo Nyay Yatra: जिन सीटों पर बिहार में कांग्रेस की नजर है गड़ी, भारत जोड़ो न्याय यात्रा की वहीं से जोड़ी गई है कड़ी
Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण शुरू अब मणिपुर से शुरू होगा और इसे देश के 15 राज्यों से होकर गुजरना है. ऐसे में कांग्रेस का फोकस उन सभी सीटों पर है जिसपर उसकी निगाहें हैं. हालांकि कांग्रेस ने इसका नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा किया है.
पटना: Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण शुरू अब मणिपुर से शुरू होगा और इसे देश के 15 राज्यों से होकर गुजरना है. ऐसे में कांग्रेस का फोकस उन सभी सीटों पर है जिसपर उसकी निगाहें हैं. हालांकि कांग्रेस ने इसका नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा किया है. लेकिन, बता दें कि यह नए पैकेट में वही पुराना करिश्मा डालने की कांग्रेस की कोशिश है. जिसके जरिए कर्नाटक का किला फतह करने का कांग्रेस दावा करती रही है. इस बार यात्रा में न्याय शब्द भले जुड़ गया है लेकिन इस बार कांग्रेस का पूरा कार्यक्रम फिर से एकदम चुनाव पर फोकस रखकर तैयार किया गया है. इसमें लोकसभा चुनाव 2024 का पूरा ले-आउट है जहां पर पार्टी को काम करना है. कांग्रेस जहां जिन राज्यों में कमजोर है वहां अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश में लग गई है.
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इस यात्रा का यह दूसरा चरण बिहार और झारखंड के लिए बेहद खास है. क्योंकि कांग्रेस बिहार में इस यात्रा के जरिए दो बार आएगी और वहीं झारखंड में इस यात्रा में 13 जिलों को एक साथ साधने की कोशिश करेगी. अब जरा कांग्रेस की इस यात्रा का रूट मैप देख लें तो आपको पता चलेगा कि कांग्रेस ने आखिर किस सोच के साथ इस यात्रा को बिहार में लाने की कोशिश की है. कांग्रेस इस यात्रा के पहले पड़ाव में कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज से गुजरते हुए यात्रा को पश्चिम बंगाल की सीमा में ले जाएगी. मतलब सीमांचल की लोकसभा सीटों पर जिस पर वह पहले से दावा करती रही है उसे पहले चरण में ही कांग्रेस साध लेगी. वहीं दूसरे चरण में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का प्रवेश बिहार के रोहतास जिले में होगा जहां से यह यात्रा सासाराम, कैमूर, औरंगाबाद में चलेगी और फिर यूपी के वाराणसी में प्रवेश कर जाएगी. हाल ही में कांग्रेस ने सासाराम सीट को भी लेकर दावा ठोंका था. मतलब कांग्रेस इस यात्रा के जरिए तमाम सहयोगी दलों को यह बता देना चाहती है कि उसका प्लान उन सभी सीटों पर आने का है जिसपर वह दावा कर चुकी है.
वहीं कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के झारखंड रूट मैप पर ध्यान दें तो पता चल जाएगा कि कांग्रेस की इस यात्रा में झारखंड के 13 जिले आएंगे. जिसमें दुमका, जामताड़ा, गिरिडीड, धनबाद, बोकारो, रामगढ़, रांची, खूंटी, सरायकेला, जमशेदपुर, चाईबासा, पलामू, गढ़वा शामिल हैं. इसमें पड़नेवाले लोकसभा सीटों में अधिकांश पर कांग्रेस की लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा रही है. ऐसे में कांग्रेस गठबंधन में सीटों के बंटवारे से पहले भी एक ऐसी योजना बना चुकी है कि अगर गठबंधन में सबकुछ सही नहीं रहा तो भी कांग्रेस अपनी तरफ से पहले ही अपने लिए जमीन तैयार कर ले. झारखंड में तो कांग्रेस की यात्रा तीसरी सबसे ज्यादा लंबी यात्रा होगी. इस यात्रा में झारखंड तीसरा ऐसा राज्य होगा जिसमें कांग्रेस सबसे ज्यादा किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
ऐसे में राहुल गांधी इस यात्रा के लिए 14 जनवरी को निकल रहे हैं. हालांकि इस बार इस यात्रा का नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर दिया गया है. इससे पहले इसे भारत न्याय यात्रा का नाम ही केवल दिया गया था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इसके बारे में जानकारी दी है. भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत इम्फाल से होने वाली है. यानी इस बार फोकस पूर्वोत्तर के राज्यों पर भी है. मणिपुर से इस यात्रा का प्रारंभ होगा. यात्रा 6700 किलोमीटर लंबी होगी. वहीं यह 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. बिहार में भी 425 किलोमीटर लंबी यह यात्रा होने वाली है. जिसमें प्रदेश के 7 जिले कवर होंगे.
राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान दो बार बिहार आएंगे. इसमें से पहली बार इस यात्रा में वह पूर्णिया, अररिया होते हुए पश्चिम बंगाल निकल जाएंगे. जबकि वहां से झारखंड, छत्तीसगढ़ होते हुए दोबारा बिहार में प्रवेश करेंगे. जिसमें रोहतास और सासाराम में उनका प्रवेश होगा और फिर तमाम जिलों से होते हुए वाराणसी के रास्ते यूपी में प्रवेश करेंगे. यह यात्रा कुल 67 दिनों तक चलने वाली है. जिसमें 15 राज्य और 110 जिलों से होकर गुजरेगी. जिसमें 100 लोकसभा सीटें आएंगी. इस यात्रा को मुंबई में समाप्त होना है.