Jharkhand Politics: एनडीए की जीत पर कांग्रेस ने कसा तंज, कहा- `भले ही NDA सरकार बना रही हो, लेकिन Congress ने तोड़ा मोदी का अहंकार`
Jharkhand Politics: लोकसभा 2024 के चुनाव में देश ने एक बार फिर एनडीए पर भरोसा किया है. एनडीए की बैठक में एक बार फिर सर्व समिति से नरेंद्र मोदी को नेता चुना गया और जल्द ही शपथ ग्रहण की तारीखों का भी ऐलान होगा.
रांचीः Jharkhand Politics: लोकसभा 2024 के चुनाव में देश ने एक बार फिर एनडीए पर भरोसा किया है. एनडीए की बैठक में एक बार फिर सर्व समिति से नरेंद्र मोदी को नेता चुना गया और जल्द ही शपथ ग्रहण की तारीखों का भी ऐलान होगा. इस पूरे चुनाव और परिणाम के बाद झारखंड नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है.
'कांग्रेस ने तोड़ा मोदी का अहंकार'
लोकसभा 2024 में बीजेपी को बहुमत नहीं मिलने के मामले पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भले ही एनडीए गठबंधन दोबारा सरकार बना रही हो, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के अहंकार को तोड़ दिया है. यही वजह है कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू आज नीतीश बाबू और चंद्रबाबू हो गए हैं.
'उनके अहंकार को जनता ने तोड़ दिया'
इधर जेएमएम ने भी नरेंद्र मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा कि अबकी बार 40 बार अबकी बार मोदी सरकार का नारा उनका अहंकार दिखाता था और उनके अहंकार को जनता ने तोड़ दिया है. उनकी बॉडी लैंग्वेज से यह चीज दिख रही हैं कि वह कितना असहाय महसूस कर रहे है. आज वो भीगी बिल्ली बन कर पद की भीख मांग रहे हैं. जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि नरेंद्र मोदी तानाशाही प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं. नैतिकता तो है नहीं, वरना वह इस्तीफा देकर प्रधानमंत्री भी नहीं बनते. उन्होंने आगे कहा कि हम वेटिंग लिस्ट में नहीं, आरएसी में है और किसी भी समय हमारा आरएसी कंफर्म हो सकता है. परिस्थितियां बदलेगी और हम एक अच्छी शासन व्यवस्था देने में कामयाब रहेंगे.
'घमंड कभी भी बीजेपी के कार्यकर्ता और नेताओं में सवार नहीं होता'
पूरे मामले पर बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि घमंड कभी भी बीजेपी के कार्यकर्ता और नेताओं में सवार नहीं होता. कांग्रेसी अपनी आदत से ऐसा कह रहे हैं. 70 वर्षों तक उन्होंने शासन किया और जनता ने उनका गुरूर तोड़ दिया. तीसरे चुनाव में सबसे पुरानी पार्टी 100 के नीचे में सिमट गई. उनको लगता था कि गांधी परिवार ही देश को विकास की ओर ले जा सकता है. इसलिए उनके यहां एक परिवार पर सत्ता केंद्रित थी. इसे घमंड कहते हैं. जनता ने इनको राजनीतिक औकात दिखा दी.
इनपुट- धीरज ठाकुर, रांची