Lok Sabha Election 2024: झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से बरामद नोटों के जखीरे को देखकर आयकर विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए. आमतौर पर लोगों के घर में एक या दो से ज्यादा अलमारियां नहीं होती. अगर अलमारियां होंगी, तो उनमें उतने कपड़े नहीं रखे होंगे, जितने नोट कांग्रेस सांसद ने 9 अलमारियों में ठूंस रखे थे. नोट गिनने के लिए जब बैंक के अधिकारी बुलाए तो उनकी आंखे भी चौंधियां गईं. उन्होंने बैंक में उतने नोट नहीं देखे होंगे, जितने कांग्रेस सांसद के अड्डे पर देखने को मिले. 


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आलम ये है कि इनकम टैक्स के अधिकारी पिछले 8वें दिनों से छापा मारने में जुटे हैं. वे जहां भी तलाशी ले रहे हैं, उन्हें वहीं से खजाना मिल रहा है. इस रेड में अबतक 350 करोड़ रुपये की नगदी और करोड़ों रुपये की ज्वैलरी बरामद हुई. कल धीरज साहू को शायद ही कोई जानता हो, लेकिन अब वो पूरे देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं. धीरज साहू अब कांग्रेस पार्टी के लिए 'गुड़ से भरा हुआ हसिया' बन चुके हैं, जिसे पार्टी ना उगल पा रही है ना निगल. धीरज साहू के रूप में बीजेपी को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बड़ा मुद्दा मिल चुका है. 


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इस घटना की गंभीरता को सिर्फ इस बात से समझिए कि पीएम मोदी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि देशवासियों को इन नोटों के ढेर को देखना चाहिए और फिर इनके नेताओं के ईमानदार भाषणों को सुनना चाहिए. जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है. उधर धीरज साहू को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाजपाई पूरे देश में प्रदर्शन कर रहे हैं और धीरज साहू के पुतले जला रहे हैं. 


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पीएम मोदी तो लाल किले की प्राचीर से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग का ऐलान कर चुके हैं. उन्होंने देशवासियों से भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण, 3 बुराइयों के खिलाफ लड़ाई का आह्वान किया था. हाल में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री मोदी ने करप्शन को बड़ा मुद्दा बनाया था. छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप घोटाला तो राजस्थान में लाल डायरी को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रहे. नतीजा ये हुआ कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की जनता ने  मोदी की गारंटी पर मुहर लगाई. लिहाजा, 2024 के लोकसभा चुनाव में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा रहेगा और उस समय धीरज साहू कांग्रेस पार्टी के लिए मुसीबत बन सकते हैं.