ED Raids in Jharkhand: छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड में भी शराब घोटाले की जांच में ईडी की एंट्री हो गई है. ईडी के अधिकारी मनी लॉड्रिंग के एंगल पर पूरे मामले को देख रहे हैं. इसी सिलसिले में बुधवार को झारखंड, बंगाल में बड़ी छापेमारी की गई. ईडी ने बुधवार (23 अगस्त) की सुबह-सुबह झारखंड के 5 शहरों में 32 ठिकानों पर छापेमारी की. राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के रांची स्थित निजी आवास पर भी छापा मारा गया. रांची के अलावा धनबाद, दुमका, देवघर, गोड्डा में जिन ठिकानों पर छापेमारी हो रही है, वे झारखंड में शराब कारोबार के संचालक रहे योगेंद्र तिवारी और उनके सहयोगियों के हैं. 


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ईडी को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि राज्य में शराब कारोबार में घोटाले के जरिए करोड़ों की मनी लांड्रिंग हुई है. बताया जा रहा है कि ईडी की अलग-अलग टीमों ने सुबह 7 से 8 बजे के बीच इन ठिकानों पर एक साथ दबिश दी. बड़े शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के रांची के हरमू स्थित आवास पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों के साथ दबिश दी गई. रांची के बरियातू में राज्य के मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव और उनके पुत्र का आवास है. वहां भी सुबह से सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच तलाशी ली जा रही है. बताया जा रहा है कि शराब कारोबार में मंत्री पुत्र का भी पैसा लगा है.


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रांची की एक वाहन एजेंसी के संचालक विनय सिंह, जमीन कारोबारी अभिषेक झा और कांग्रेस नेता मुन्नम संजय के घर पर भी रेड पड़ी है. 100 से ज्यादा अधिकारी छापेमारी में लगे हैं. शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर मार्च महीने में आयकर का भी छापा पड़ा था. इस दौरान पता चला था कि उन्होंने 15 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति अर्जित की है. आयकर विभाग ने समन जारी कर योगेंद्र तिवारी को 27 मार्च को पूछताछ के लिए हाजिर होने का आदेश दिया था. सर्वे के दौरान मिले दस्तावेज के आधार पर शराब कारोबारी की कंपनी के निदेशक संतोष मंडल ने 15 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति अर्जित करने की बात स्वीकार की थी. माना जा रहा है कि आयकर विभाग ने ये सूचनाएं ईडी के साथ साझा की हैं. इसके बाद यह कार्रवाई की जा रही है.


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झारखंड में शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ के सिंडिकेट की संलिप्तता भी सामने आई है. छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की ईडी जांच पहले से चल रही है. झारखंड में भी शराब कारोबार में सरकार ने छत्तीसगढ़ की सरकारी कंपनी को कंसल्टेंट बनाया था. जांच एजेंसी का मानना है कि छत्तीसगढ़ की तर्ज पर यहां भी शराब कारोबार में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. इसे लेकर ईडी की छत्तीसगढ़ इकाई झारखंड के दो आईएएस से कुछ महीने पहले पूछताछ कर चुकी है. एक माह पहले ईडी ने शराब के नकली होलोग्राम की सप्लाई मामले में नोएडा की एक कंपनी के खिलाफ एफआईआर की थी. उस एफआईआर में जिक्र है कि कंपनी ने झारखंड में भी नकली होलोग्राम की सप्लाई की.