Bihar News: बिहार में सियासी पारा इन दिनों एकदम चरम पर है. महागठबंधन के सभी दलों के खिलाफ भाजा ने मोर्चा खोल रखा है. बिहार में मानो सियासी दल लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुट गए हैं. आपको बता दें कि इस बीच बिहार सरकार के द्वारा जारी जातीय जनगणना के आंकड़े ने भी सियासी तूफान को और ज्यादा बढ़ा दिया है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव शनिवार को बिहार के राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा. 


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यहां दोनों नेताओं ने राज्यपाल से बिहार सरकार के हिंदू विरोधी नीति के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. यहां राजभवन से निकलने के बाद गिरिराज सिंह मीडिया के सामने नीतीश सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने यहां नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार की नीति है कि मुस्लिमों का वोट लो और हिंदुओं को जाति में बांट दो.


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उन्होंने राज्यपाल से मिलने को लेकर बताया कि हमने उन्हें ज्ञापन सौंपा और बताया कि बिहार में जिस तरह से हिंदुओं के साथ भेदभाव हो रहा है मंदिरों को तोड़ा जा रहा है यह एकदम सही नहीं है. बेगूसराय में एक शिवलिंग को तोड़ा गया और इस मामले में कई हिंदुओं को ही जेल भेज दिया. बिहार सरकार की तरफ से इस तरह के तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं. 


वहीं गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में पीएफआई हर जिले में सक्रिय है जबकि उस पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि यह नीतीश सरकार का तुगलकी सरकार बन गई है. ऐसे में इस सरकार की मंशा है कि मुस्लिम का वोट लो और हिंदुओं को जात में बांटो ताकि सत्ता में बने रह सकें. 


वहीं गिरिराज सिह ने दुर्गा पूजा में सरकार की तरफ से शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए बाध्य किया जा रहा है. सरकार इस तरह के तुगलकी फरमान दे रही है. जबकि मुस्लिम त्योहारों पर सरकार की तरफ से छुट्टी दी जाती है. रामकृपाल यादव ने कहा कि गिरिराज सिंह के क्षेत्र में कई समस्याएं थी. जिससे हमने राज्यपाल को अवगत कराया.