जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह ने ज्वाइन की RJD, रामगढ़ विधानसभा से लड़ सकते हैं उपचुनाव
Bihar News: अजीत सिंह ने लालू यादव के जन्मदिन पर आधिकारिक तौर पर राजद ज्वाइन कर लिया है. राजद ज्वाइन करने के बाद उन्होंने एक बार फिर से जेडीयू पर निशाना साधा है.
Bihar News: लोकसभा चुनाव के बाद राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह ने जेडीयू छोड़ राजद का दामन थाम लिया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि वह रामगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि अजीत सिंह के बड़े भाई और बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह रामगढ़ विधानसभा से विधायक हैं, लेकिन वह हाल ही में बक्सर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं. ऐसे में वह रामगढ़ विधानसभा से विधायक पद से जल्द ही अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि अब रामगढ़ विधानसभा से राजद की टिकट पर अजीत सिंह उपचुनाव लड़ेंगे. उन्होंने अप्रैल महीने में जेडीयू से इस्तीफा दे दिया. जेडीयू छोड़ने के बाद उन्होंने पार्टी पर काफी अटैक किया था.
अजीत सिंह ने लालू यादव के जन्मदिन पर आधिकारिक तौर पर राजद ज्वाइन कर लिया है. राजद ज्वाइन करने के बाद उन्होंने एक बार फिर से जेडीयू पर निशाना साधा है. अजीत सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के वापस एनडीए में शामिल होने से नाराज था, इसी कारण से जेडीयू छोड़ी थी. उन्होंने कहा कि राजद से टिकट मिलने पर चुनाव लडूंगा. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी टिकट देगी तो मैं चुनाव जरूर लड़ूंगा.
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जेडीयू पर हमला बोलते हुए अजीत सिंह ने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए जेडीयू ने महागठबंधन का साथ छोड़ा था. उन्होंने कहा कि मैं लगातार 15 साल से राजनीति में हूं और लोगों की सेवा करता आ रहा हूं. ऐसे में अगर पार्टी मुझे टिकट देती है तो मैं चुनाव लडूंगा. लेकिन यह पार्टी पर निर्भर करता है कि वह रामगढ़ विधानसभा से अपना किसको उम्मीदवार बनाती है. उन्होंने कहा कि मैं पिछले 15 सालों से पार्टी की उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते आया हूं. नीतीश जी ने जब राजद का साथ छोड़कर एनडीए से गठबंधन किया था तो उस समय समझ में नहीं आ रहा था कि वह किस फायदे के लिए एनडीए के साथ जुड़े हैं.
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अजीत सिंह ने कहा कि इस चुनाव में भी मोदी जी के द्वारा बिहार के लिए कोई खास घोषणा नहीं की गई थी. ना तो विशेष राज्य के दर्जे की बात हुई थी, ना विशेष पैकेज की बात हुई थी, ना बिहार के लोगों के हित की बात थी. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अक्सर चुनाव से पहले बिहार के लिए घोषणाएं करते थे, लेकिन इस बार उन्होंने कुछ भी नहीं किया. इन सभी नीतियों के कारण मुझे जेडीयू से इस्तीफा देना पड़ा और मैंने राजद को ज्वाइन कर लिया.
रिपोर्ट- मुकुल जायसवाल