Umesh Kushwaha News: बिहार में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी पर राजनीति जारी है. विपक्ष की ओर से इसे ध्रुवीकरण के आरोप लगाए जा रहे हैं. नीतीश कुमार के पुराने साथी उपेंद्र कुशवाहा ने भी इस पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने सवाल किया था कि प्रदेश जब दंगे की आग में जल रहा हो तो कोई हुक्मरान पीड़ितों के आंसू पोंछने की जगह दावत कैसे उड़ा सकता है?


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उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि इफ्तार की दावत से जरूरी लोगों के आंखों से आंसू पोछना है. अब इस पर जेडीयू की प्रतिक्रिया भी सामने आ चुकी है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पलटवार करते कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का कोई जनाधार नहीं है. वो सिर्फ अपना वोटबैंक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. 


उपेंद्र कुशवाहा पर JDU का पलटवार


जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा यदि एक बार भी वह अपने वोट पर जीते हो तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. उन्होंने कहा कि जिस विधानसभा क्षेत्र से हम आते हैं, उसी विधानसभा क्षेत्र से उपेंद्र कुशवाहा भी आते हैं. मैं पांच बार चुनाव लड़ा हूं. जिस बूथ पर उपेंद्र कुशवाहा वोट डालते हैं उस बूथ पर भी वह हमको हरा नहीं पाए हैं.


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नीतीश के खिलाफ खोला मोर्चा


कभी नीतीश कुमार के साथी रहे उपेंद्र कुशावाहा अब उनके खिलाफ ही मैदान में उतर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि जदयू को खड़ा करने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी, लेकिन नीतीश कुमार अब अपनी संपूर्ण विरासत राजद को सौंप देना चाहते हैं, लेकिन रालोजद ऐसा नहीं नहीं देगा. उन्होंने कहा था कि मैंने जब जदयू से अलग होकर अपना दल बनाने का प्रण किया तो उसमें कई अहम विषयों को शामिल किया गया है.