JMM Political Crisis: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता चंपई सोरेन के बगावती तेवर से संकेत को मिल रहा है कि राज्य की राजनीति में कुछ तो नया होने वाला है. चंपई सोरेन के बीजेपी में जाने की अटकलें के बीच क्या होगा? उनका राजनीतिक पड़ाव और क्या झारखंड में होगा कोई बड़ा खेला? इस पर जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि बीजेपी ने 5 महीने चंपई सोरेन को गाली देने का काम किया. अब वहीं नेता उन्हें सहानुभूति दे रहे हैं तो समझ नहीं आता इनकी मानसिकता क्या है. चंपई सोरेन बड़े नेता हैं और हमें उन पर पूरा भरोसा है कि वह कोई गलत कदम नहीं उठाएंगे.


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कांग्रेस प्रवक्ता डॉक्टर कुमार राजा ने कहा कि हमें लगता है चंपई सोरेन समझ चुके हैं कि वह राह भटक गए हैं और उन्हें बीजेपी इस्तेमाल कर रही है, जो बीजेपी की पुरानी आदत रही है. चंपई सोरेन एक बड़ा चेहरा है और गठबंधन के मजबूत अंग हैं और हमें भरोसा है कि वह वापस आकर गठबंधन के लिए प्रचार करेंगे और बीजेपी को यहां से भागने का काम करेंगे.


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बीजेपी ने कहा कि हमने हेमंत सोरेन के कार्यकाल का विरोध किया था, और हेमंत सोरेन पार्ट 2 जो चंपई सोरेन की सरकार थी, उसमें कोई घोटाला नहीं हुआ तो उनका विरोध देने का कोई मतलब नहीं है. कांग्रेस के नेता विभीषण कह रहे हैं और जेएमएम केवल बयान देकर उन्हें छोड़ रही है. कोई स्पष्टीकरण नहीं मांग रही है. यह कोल्हान के एक आदिवासी नेता चंपई सोरेन का अपमान है.


रिपोर्ट: धीरज ठाकुर


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