Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्व सीएम और HAM संरक्षक जीतन राम मांझी का अपमान करने वाले मामले में राजनीति जारी है. इस मामले में HAM पार्टी के विधायकों ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए उन्हें रांची पागलखाने में इलाज कराने की नसीहत दी. HAM विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री को अब रांची पागलखाने में अपना इलाज कराना चाहिए, इलाज पर जो भी खर्च होगा, वह हमलोग वहन कर लेगें. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खाने में उनके ही बगल के लोग जहर मिला रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


सिकंदरा से हम के विधायक प्रफुल्ल मांझी ने कहा कि विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के प्रश्नों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बौखला गए थे. इसी बौखलाहट की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना आपा खो दिया और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का अपमान किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन बिगड़ जाने की वजह से वो अपने दिमाग को काबू में नहीं रख पाते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के मानसिक संतुलन बिगड़ने के कई उदाहरण हाल के दिनों में देखने को मिले हैं. जिससे साफ होता है कि कोई भी सामान्य व्यक्ति नीतीश कुमार के तरह की हरकत कतई नहीं कर सकता.


ये भी पढ़ें- Buxar: बिहार पुलिस की जीप ने 4 लोगों को कुचला, आक्रोशित ग्रामीणों का बवाल


हम विधायक ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को पागलपन का दौरा आता है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति का मानसिक संतुलन तब बिगड़ता है जब उसके खाने में नशीला या विषैला पदार्थ मिलाया जाता हो. निश्चित रुप से नीतीश कुमार के भी खाने में नशीला या विषैला पदार्थ मिलाया जा रहा है. हम विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार के अगल-बगल रहने वाले लोग ही उनके खाना में नशीला और विषैला पदार्थ मिला रहे हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये जांच का विषय है. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.


ये भी पढ़ें- Bihar Police: बिहार पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द, दिवाली-छठ को लेकर नवंबर में नहीं मिलेगी कोई लीव


उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जैसा नेता कोई बिहार में नहीं था लेकिन जबसे अगल-बगल इस तरह के लोग रहने लगे हैं, तबसे नीतीश कुमार का ये हाल हो रहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने परिवार को साथ नहीं रखते हैं, इसलिए परिवार वाले लोग खाना में जहर नहीं मिला सकते हैं. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से मिलने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.