Lalu Prasad Yadav News: नौकरी के बदले जमीन घोटाले (Land For Job Scam) मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार को बुधवार (4 अक्टूबर) को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कोर्ट ने इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार को जमानत दे दी है. इस मामले में लालू यादव के अलावा उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, लालू के छोटे बेटे और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और लालू बेटी राजद सांसद मीसा भारती आरोपी हैं. दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में चारों को जमानत दे दी है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राजद सुप्रीमो, उनकी पत्नी और बेटे तेजस्वी समेत अन्य सभी 17 आरोपियों को समन जारी किया था. अदालत ने सभी आरोपियों को चार अक्टूबर को हाजिर होने का निर्देश दिया था.


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सीबीआई ने इस मामले में अब लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बना दिया है. इससे पहले वह इस मामले से बाहर थे. बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था. इस कथित घोटाले में लालू यादव पर आरोप है कि वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उन्होंने रेलवे के नियमों की अनदेखी करते हुए लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी दी. जिन लोगों को नौकरी दी गई, उनसे बदले में जमीन ली गई थी. सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दामों में बेच दी गई थीं. 


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क्या IRCTC घोटाले से अलग है ये केस?


IRCTC का मामला रेलवे भर्ती घोटाले से अलग है. IRCTC घोटाला भी लालू यादव के रेलमंत्री रहते हुए वर्ष 2004 में हुआ था. उस वक्त रेलवे बोर्ड ने कैटरिंग और रेलवे होटलों की सेवा को पूरी तरह IRCTC को सौंप दी थी. जिसके बाद रेलवे के होटलों के रख-रखाव के लिए टेंडर जारी हुआ था. ये टेंडर 2006 में एक प्राइवेट होटल सुजाता होटल को मिला था। आरोप है कि सुजाता होटल्स के मालिकों इसके बदले लालू यादव परिवार को पटना में तीन एकड़ जमीन दी थीं. इस मामले में भी लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत कई लोग आरोपी हैं.