Land For Job Scam: राजद सुप्रीम लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमनी घोटाला और IRCTC घोटाला मामले में उनके परिवार के खिलाफ एजेंसियों की सख्त कार्रवाई जारी है. आपको बता दें की नौकर के बदले जमीन मामले में आज सीबीआई के सवालों का जवाब देने के लिए लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को हाजिर होना है. इसके लिए तेजस्वी को स्वयं सीबीआई दफ्तर पहुंचना है. बता दें कि इस पूछताछ पर रोक के लिए तेजस्वी दिल्ली की एक अदालत का दरवाजा खटखटा चुके थे लेकिन अदालत ने उनोक राहत नहीं देते हुए सीबीआई के कार्यालय में पूछताछ के समय हाजिर होने का हुक्म दिया वहीं तेजस्वी को राहत देते हुए अदालत ने उनकी गिरफ्तारी वहां से करने पर रोक लगा दी. 


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अब आपको बताते हैं कि आखिर पूरा मामला है क्या. दरअसल जब लालू यादव रेल मंत्री थे तो उस दौरान उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन ली और यह जमीन उनके परिवार के कई लोगों के नाम तोहफे के तौर पर या जमीन की कीमत से बहुत कम कीमत पर दी गई. इसके साथ बिहार और ओडिशा के IRCTC के होटल को लीज पर देने के लिए भी दानापुर में एक बड़ी जमीन उस कंपनी से ली गई जिसे टेंडर देना था. उस होटल ग्रुप को जिसने इतनी बड़ी जमीन इस टेंडर के एवज में दी थी उसके लिए टेंडर की शर्तों में कई तब्दिली की गई, वहीं आपको बता दें कि जिस कंपनी को यह जमीन ट्रांसफर की गई जिसपर मॉल बनाया जा रहा था जहां अब अदालत के आदेश के बाद काम को रोका गया है. वह कंपनी राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम थी. 


बता दें कि  नौकरी के बदले जमीन के मामले में लालू परिवार के 7 लोग आरोपी हैं और इसमें सबसे बड़ी खासियत है कि इसके लिए 7 लोगों की नौकरी भी लगाई गई और बदले में 7 जमीनों का सौदा भी किया गया. बता दें कि इसी मामले में सीबीआई ने एक चार्जशीट पिछले साल दाखिल की थी जिससे पर अभी तक कार्रवाई चल रही है. 


बता दें कि लालू यादव पर सात लोगों से नौकरी के बदले जमीन औने-पौने दाम में खरीदने या तोहफे में लेने की बात कही गई है. आपको बता दें कि इस सात मामलों में लालू परिवार के सात लोग भी एजेंसी की रडार पर हैं. इसमें लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, रागिनी यादव, हेमा यादव, चंदा यादव के नाम शामिल हैं. आपको बता दें कि इससे पहले इस मामले में कार्रवाई करते हुए पहले तो सीबीआई ने लालू, राबड़ी और मीसा से पूछताछ की थी और फिर अदालत से तीनों को बेल मिल गया था. इसके बाद इस मामले में 4 बार पूछताछ के लिए समन तेजस्वी को जारी किया गया लेकिन वह आने में असमर्थता व्यक्त करते रहे. अब अदालत ने उन्हें 25  मार्च को CBI के सामने हाजिर होकर सवालों का जवाब देने को कहा है. 


वहीं आपको बता दें कि ईडी की तरफ से इस मामले में कुछ दिन पहले लालू परिवार के कुछ लोगों के साथ राजद के एक नेता के खिलाफ भी एक्शन लिया गया था. इस एक्शन में ईडी के सूत्रों की मानें तो 600 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है.   बता दें कि तेजस्वी, रागिनी, हेमा, चंदा और अबु दुजाना के खिलाफ यह छापेमारी ईडी की तरफ से की गई थी. 


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