Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में अब एक साल से कम वक्त बचा है और सभी दल चुनावी तैयारी में जुट गए हैं. बिहार में यह चुनाव 2019 की परिस्थितियों से उलट है. 2019 में आरजेडी (RJD) और जेडीयू (JDU) दोनों एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में थे पर इस बार दोनों कांग्रेस (Congress) और लेफ्ट (Left Parties) के साथ बीजेपी (BJP) के खिलाफ बिहार में चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में I.N.D.I.A. गठबंधन के साथ—साथ बिहार के महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सीटों का बंटवारा एक बड़ा मुद्दा है. महागठबंधन के सभी छह दलों के बीच होने वाले सीट बंटवारे पर सभी की नजरें टिकी हैं.


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महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर सीएम नीतीश और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पिछले कुछ महीनों में कई मुलाकातें हुई हैं, लेकिन सोमवार को दोनों नेताओं की मुलाकात में सीट बंटवारे पर बात होने की जानकारी मिली है. बताया जा रहा है कि सीटों का फॉर्मूला लगभग तय माना जा रहा है. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार और लालू यादव ने आपसी सहमति के आधार पर सीटों का बंटवारा करना तय किया है. इस हिसाब से दोनों दल बराबर की सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत दिख रहे हैं तो कांग्रेस और लेफ्ट के लिए भी सीटें लगभग तय कर दी गई हैं.


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे के लिए 30-10 का फार्मूला तैयार किया गया है. बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 30 सीटों पर आरजेडी और जेडीयू मिलकर चुनाव लड़ेंगे, जबकि 10 सीटों को महागठबंधन के सहयोगियों के लिए छोड़ा जा सकता है. सहयोगियों में कांग्रेस को 8 सीटें और 2 सीटें लेफ्ट के दलों को दी जा सकती हैं.


बता दें कि लालू और नीतीश के बीच हुई 45 मिनट की बैठक में यह भी तय किया गया कि इसी फार्मूले पर 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा. बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से 90-90 सीटें आरजेडी और जेडीयू के खाते में जाएंगी, जबकि कांग्रेस को 43 और 20 सीटें वाम दलों को दी जा सकती हैं. लोकसभा के मानसून सत्र की समाप्ति के बाद I.N.D.I.A. की बैठक होगी और उसके बाद कांग्रेस नेतृत्व को भी इस फार्मूले के लिए नीतीश-लालू मिलकर मनाएंगे.


रिपोर्ट: प्रशांत झा


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