Lok Sabha Election 2024: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता का सूत्र लेकर शुक्रवार को ओडिशा जाने वाले थे. वहां वे ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ व्यापक विपक्षी गठबंधन को लेकर चर्चा करने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर उनका दौरा कैंसिल हो गया है. माना जा रहा है कि ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने सीएम नीतीश कुमार को मिलने का समय ही नहीं दिया. 


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अब नवीन पटनायक ने किस वजह से नीतीश कुमार को मिलने का समय नहीं दिया, यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन कहा जा रहा है कि शुक्रवार को होने वाली मुलाकात आज नहीं हो पाएगी. नवीन पटनायक की ओर से नीतीश कुमार को मिलने का समय न दिया जाना विपक्षी एकता के लिए गंभीर झटका माना जा रहा है, क्योंकि नीतीश कुमार ने कांग्रेस को फाॅर्मूला दिया था कि पूरे देश में बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ एक विपक्षी उम्मीदवार को उतरना चाहिए. 


इस तरह ओडिशा में यह फाॅर्मूला फेल होता दिख रहा है. विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास में नीतीश कुमार ने कई बार यह बात कही है कि वे केवल विरोधी दलों को एकजुट करने का काम कर रहे हैं. उनकी कोई खास इच्छा नहीं है. 


विपक्षी एकता की कोशिश में नीतीश कुमार पिछले दिनों पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश का दौरा कर चुके हैं. बंगाल में वे ममता बनर्जी तो यूपी में वे अखिलेश यादव से मिल चुके हैं. इससे पहले दिल्ली दौरे पर उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, वामपंथी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात की थी. इस तरह नीतीश कुमार अभी दो राज्यों का दौरा कर चुके हैं और तीसरे राज्य ओडिशा के सीएम ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया. नीतीश कुमार को विपक्षी एकता के लिए अभी कई राज्यों का दौरा करना बाकी है. 


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झारखंड में उनकी पार्टी जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने गुरुवार को राज्य के सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी. उसी तरह बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर मुंबई पहुंचे हैं और उन्होंने शिवसेना उद्धव गुट के नेता उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार से मुलाकात की है. माना जा रहा है कि देवेश चंद्र ठाकुर ने सीएम नीतीश कुमार का संदेश शरद पवार और उद्धव ठाकरे को दिया है. अगर ये दोनों दल नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की छतरी के नीचे आ जाते हैं और यह उनके लिए बड़ी कामयाबी होगी.