विदेशों में हिंदुओं को प्रताड़ित किया जाता है, ये भारत के लोग समझें: मंत्री नीरज सिंह बबलू
Bihar News: मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने हिंदुओं को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी धर्म विशेष के लोग हैं, वो दूसरे देश में रहने वाले अल्पसंख्यकों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं. बता दें कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर माफी मांगी है.
Neeraj Singh Bablu: बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं को प्रताड़ित किए जाने पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि भारत के हिंदुओं को यह समझना होगा कि अन्य देशों में रहने वाले हिंदुओं को कितना प्रताड़ित किया जाता है. बिहार सरकार में मंत्री नीरज सिंह ने कहा, कि इस देश के हिंदुओं को समझना चाहिए कि विदेशों में हिंदू कितना प्रताड़ित है. हमारे देश में हिंदू सुरक्षित है.
उन्होंने धर्म विशेष के लोगों का जिक्र किया. बोले, जहां कहीं भी धर्म विशेष के लोग हैं, वो दूसरे देश में रहने वाले अल्पसंख्यकों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं. अल्पसंख्यकों (यहां हिंदू) को अन्य देशों में हमेशा से ही परेशान किया जाता है. उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हमले तेज हुए हैं. भारत सरकार ने इस पर आपत्ति जताकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर माफी मांगी है. गृह मंत्रालय के प्रमुख, ब्रिगेडियर जनरल (रिटायर्ड) मुहम्मद सखावत हुसैन ने कहा कि पिछले हफ्ते बड़ी संख्या में हिंदुओं को निशाना बनाया गया, उनके घरों और धार्मिक स्थल पर हमले किए गए, जिस पर हमारी सरकार खेद प्रकट करती है. इसके क्षतिपूर्ति निर्माण के लिए हमारी सरकार आर्थिक सहायता भी मुहैया कराएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब मुहम्मद यूनुस को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी थी. पीएम मोदी ने अपने संदेश में बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़े हमले का जिक्र कर उनकी सुरक्षा की भी मांग की थी. बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़े हमले को लेकर व्हाइट हाउस ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. कहा कि हम बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा की निगरानी करेंगे. राष्ट्रपति कार्यालय ने इस बात पर बल दिया है कि हम पहले भी मानवाधिकार के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए आए हैं और आगे भी रखते रहेंगे.
इनपुट: आईएएनएस