भाजपा पर नीतीश ने लगाया इतिहास बदलने का आरोप, कहा उन्हें जनता बदल देगी
एक तरफ बिहार में भाजपा भामाशाह की जयंती पर कार्यक्रम कर रही है वहीं वीर कुंवर सिंह को लेकर भी लगातार कार्यक्रम का आयोजन भाजपा की तरफ से किया जा रहा है. वहीं जदयू भी भामाशाह की जयंती कार्यक्रम के जरिए मतदाताओं को साधने में जुटी हुई है.
पटना: एक तरफ बिहार में भाजपा भामाशाह की जयंती पर कार्यक्रम कर रही है वहीं वीर कुंवर सिंह को लेकर भी लगातार कार्यक्रम का आयोजन भाजपा की तरफ से किया जा रहा है. वहीं जदयू भी भामाशाह की जयंती कार्यक्रम के जरिए मतदाताओं को साधने में जुटी हुई है. इस मौके पर जदयू के कार्यालय में लोगों की भारी भीड़ दिखी और नीतीश कुमार ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. यहां नीतीश कुमार ने इशारे-इशारे में केंद्र सरकार पर देश का इतिहास बदलने का आरोप लगाया.
नीतीश कुमार ने यहां कहा कि अभी देश के इतिहास को बदलने की कोशिश की जा रही है ऐसे में उन्हें देश की जनता बदल देगी. उन्होंने कहा कि हमलोग मिलकर देश का इतिहास नहीं बदलने देंगे. यहां मंच से एक बार फिर विपक्ष का आह्वान करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इसलिए तो हम विपक्ष को एकजुट होने की और देश को बचाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बापू को तो पहले से पढ़ाया जा रहा है अब वीर कुंवर सिंह और भामाशाह जैसे महापुरुषों की गाथा भी स्कूलों में पढ़ाने का सिलसिला शुरू किया जाएगा ताकि ये इतिहास बदलने वाले इतिहास बदल ना सकें.
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमलोग तो हर तबके के लिए काम कर रहे हैं लेकिन दिल्ली वाले आते हैं और मेरे किए काम का प्रचार अपने नाम कर देते हैं जैसे सारे काम उन्होंने ही किए हों. हमलोग केंद्र सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है. काम करना बीजेपी को है नहीं केवल नाम बदलने का काम कर रही है. इनका बस चले तो यह इतिहास ही बदल दे.
वहीं इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने भाजपा नेता और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के मिट्टी में मिला देंगे वाले बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनको जो करना है कर दिना चाहिए, नीतीश ने आगे कहा कि भाजपा नेताओं में बुद्धि नहीं है. उन्होंने कहा कि हम कभी ऐसे बोलते हैं. ऐसे शब्दों का जो प्रयोग करता है समझ लीजिए उनमें बुद्धि नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि जो करना है जहैं करना है कर दे, भाजपा नेताओं को तो बुद्धि ही नहीं है.