PM Modi Vs Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक आयोजित करने वाले हैं. इस बैठक में मोदी विरोधी नेताओं का जमघट लगेगा. बैठक में बीजेपी को हराने का प्लान तैयार किया जाएगा. इस बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और एनसी अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला, पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सहित विपक्ष के तमाम नेताओं को बुलाया गया.


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नीतीश यदि पटना में विपक्षी नेताओं का जमघट लगाने वाले हैं. तो वहीं पीएम मोदी पटना में विदेशी नेताओं का जमावड़ा लगवाएंगे. दरअसल, पीएम मोदी पटना में नीतीश से बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने वाले हैं. मोदी सरकार की ओर से पटना में G-20 और L-20 की मीटिंग की जाएगी. इसमें दुनिया के 20 विकासशील देशों के नेता हिस्सा लेंगे. केंद्र सरकार की ओर से इस कार्यक्रम के जरिए विपक्षी एकता की हवा निकालने का प्रयास किया जाएगा. इस कार्यक्रम में पहुंचने वाले ज्यादातर देशों के नेता पीएम मोदी के दोस्त हैं और उन्हें विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता मानते हैं. 


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विपक्षी बैठक पर पड़ेगा असर?


विपक्ष की बैठक सिर्फ एक दिन (23 जून) को आयोजित होगी, जबकि केंद्र सरकार का कार्यक्रम पूरे हफ्ते चलेगा. जाहिर है कि इस कारण मीडिया में ज्यादा फुटेज G-20 और L-20 की मीटिंग्स को ही मिलेगा. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 28 देशों के प्रतिनिधि 21 जून को ही पटना पहुंच जाएंगे. पटना के तीन आलीशान होटलों में इनके ठहरने की व्यवस्था की गई है. लिहाजा विपक्षी नेताओं को ठहरने के लिए बिहार सरकार के सरकारी गेस्ट हाउस ही मिल पाएंगे. 


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G-20 और L-20 क्या है?


G-20 दुनिया के 20 विकासशील देशों का संगठन है. इसमें अमेरिका, रूस, चीन और भारत समेत तमाम विकासशील देश आते हैं. वहीं L-20 यानी लेबर 20, G-20 के 11 सहयोगी एवं कामकाजी समूहों में से एक है. यह गैर-सरकारी प्रयासों के नेतृत्व में है. यह वैश्विक स्तर पर श्रम और रोजगार की चिंताओं तथा अन्य संबंधित मुद्दों पर चर्चा करता है. पटना में L-20 देशों के प्रतिनिधि श्रम और रोजगार की चिंताओं के अलावा श्रमिकों के कल्याण पर चिंतन करेंगे.