पटना: Bihar Politics: बिहार में तेजी से सियासी बदलाव देखने को मिलने लगा है. नीतीश की पार्टी में हुए बड़े उलटफेर को नजदीक से भांप रहे तेजस्वी यादव ने अपना विदेश दौरा कैंसिल कर दिया है. मतलब साफ है कि अब राजद जेडीयू में हुए इस बदलाव के बाद से अलर्ट मोड में आ गई है. दरअसल जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह का इस्तीफा और फिर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नीतीश कुमार के हाथ में पार्टी की कमान आने के बाद से ही बिहार में राजद के अंदर हलचल तेज हो गई. 


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दरअसल लालू यादव और तेजस्वी यादव के सबसे करीब पहुंच गए ललन सिंह के साथ ने तो महागठबंधन में राजद की हालत को संभाल रखा था लेकिन नीतीश के हाथ पार्टी की कमान आने के बाद राजद के खेमे में सुगबुगाहट जरूर तेज हो गई है. 



बता दें कि ऐसे हालात में अब सियासत के जानकार मानने लगे हैं कि इस वजह से ही तेजस्वी यादव ने 6 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के दौरा कैंसिल कर दिया. हालांकि ईडी की तरफ से 5 जनवरी के लिए ईडी दफ्तर में हाजिर होने का तेजस्वी को समन भेजा गया है लेकिन वह वहां भी हाजिर नहीं होंगे. 


ऐसे में अब राजनीति के जानकार इसे जदयू में हुए परिवर्तन से जोड़कर देखने लगे हैं. जानकार बता रहे हैं कि लालू यादव की तरफ से आए इशारे की वजह से तेजस्वी ने अपने प्लान में यह बदलाव किया है. अब ध्यान से देखिए तो समझ में आएगा कि राजद की करीब से नजर जदयू कू दिल्ली में होने वाली बैठक पर थी. नीतीश के आगे के फैसले या कदम क्या होंगे इसको समझने के लिए तेजस्वी का यहां होना जरूरी है. ऐसे में राजद के नेताओं को यह भी पता है कि लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश के हाथ में आई पार्टी की कमान कई बड़े परिवर्तन भी ला सकती है. ऐसे में तेजस्वी के द्वारा रद्द इस दौरे को लेकर कई तरह की सियासी अटकलें लगनी शुरू हो गई है.