Bihar Teacher Recruitment: बिहार में शिक्षक भर्ती नियमावली में अभी तक तो नीतीश सरकार को विपक्षी पार्टियों की विरोध का ही दंश झेलना पड़ रहा था. आपको बता दें कि नीतीश सरकार के शिक्षक भर्ती नियमावली में फेरबदल के विरोध में जहां एक तरफ शिक्षक अभ्यर्थी लंबे समय से सड़कों पर हैं वहीं इनको भाजपा का भी समर्थन मिला. 13 जुलाई को भाजपा ने इसके खिलाफ गांधी मैदान से विदानसभा तक का मार्च निकाला था जिसमें पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज के दौरान भाजपा के एक नेता विजय सिंह की मौत हो गई. इस मामले में नीतीश सरकार पहले से ही घिरी हुई है. नीतीश कुमार और तेजस्वी सहित 6 अन्य लोगों के खिलाफ भाजपा की तरफ से परिवाद पत्र भी दाखिल किया गया है. वहीं अब नीतीश कुमार का इस मामले में समर्थन कर रहे जाप प्रमुख पप्पू यादव और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर आए हैं और पप्पू यादव की तरफ से इसको लेकर अल्टीमेटम भी नीतीश कुमार को दिया गया है. 


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पटना में 'जाप' के कार्यकर्ताओं ने पप्पू यादव के नेतृत्व में सड़क पर उतरकर नीतीश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और घंटों सड़क को जाम रखा. जिसकी वजह से जहानाबाद, गया. हाजीपुर और पटना जाने वाली सड़कों पर लंबे समय तक जाम की स्थिति बनी रही. 'जाप' के कार्यकर्ता इस दौरान मांग कर रहे थे कि शिक्षक भर्ती नियमावली में जो बदलाव किए गए हैं सरकार उसे वापस ले. वहीं 'जाप' के कार्यकर्ता जमकर नीतीश सरकार के खिलाफ नारोबाजी भी कर रहे थे. 


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बता दें इस दौरान नीतीश कुमार को अल्टीमेटम देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सरकार इस भर्ती परीक्षा में डोमिसाइल नीति को लागू करे. इस मामले पर समझौत नहीं हो सकता है ऐसे मं सरकार इस संशोधन को तत्काल वापस ले. इसके साथ ही पप्पू यादव ने मांग की कि तीन साल पहले जिन अभ्यर्थियों ने एसटीईटी, सीटेट और बीटेट पास किया है उन्हें सीधी भर्ती मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य के अभ्यर्थी क्यों बिहार में शिक्षक बनेंगे, यह हकमारी नहीं करने देंगे. 


जबकि जाप' के कार्यकर्ताओं के द्वारा इस प्रदर्शन के समय कहा जा रहा था कि पीएम बनने के लिए नीतीश कुमार ने शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव किए हैं. बता दें कि डोमिसाइल नीति को लेकर जनाधिकार पार्टी के कार्यकर्ता आज राज्यभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.