चिराग का नाम सुन उखड़े पशुपति पारस, कहा-चल हट वह मेरा भतीजा नहीं है...
बिहार में रामविलास पासवान के निधान के बाद पार्टी लोजपा दो धड़ों में बंट गई. चाचा पशुपति कुमार पारस के हिस्से में रालोजपा आई तो वहीं भतीजा चिराग पासवान लोजपा (रामविलास) में रहे. दोनों के बीच जारी राजनीतिक लड़ाई अब सुलझने के बजाए और उलझती जा रही है.
पटना: बिहार में रामविलास पासवान के निधान के बाद पार्टी लोजपा दो धड़ों में बंट गई. चाचा पशुपति कुमार पारस के हिस्से में रालोजपा आई तो वहीं भतीजा चिराग पासवान लोजपा (रामविलास) में रहे. दोनों के बीच जारी राजनीतिक लड़ाई अब सुलझने के बजाए और उलझती जा रही है. ऐसे में पशुपति पारस आज एक कार्यक्रम के मंच से चिराग पासवान का नाम सुनते ही भड़क गए.
पशुपति पारस इस समय केंद्र में मंत्री हैं और केंद्र की भाजपा सरकार को लोजपा समर्थन दे रही है. ऐसे में वह एक कार्यक्रम के दौरान मोकामा पहुंचे थे. जहां पत्रकारों के द्वारा चिराग पासवान पर सवाल सुनते ही पारस भड़क गए और कहा चल हट...हमारा भतीजा क्यों कहता है जी? जब उसने कह दिया कि उसका खून अलग है और मेरा खून अलग है तो फिर वह मेरा भतीजा कैसे हो गया.
उन्होंने साफ तौर पर हिदायत देते हुए कहा कि चिराग पासवान की बात मत करो, वह क्या करता है, कहां जाता है किससे मिलता है उससे हमारा क्या मतलब है. हम एनडीए के साथ हैं. भाजपा के साथ सरकार में मंत्री हैं और जब तक रहेंगे इसी गठबंधन में रहेंगे. उन्होंने साफ कह दिया कि NDA बिहार में मजबूत स्थिति में है और 40 में से 40 सीट पर जीत दर्ज करेगी.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी एक बाघ है, उनके सामने विपक्ष में कभी एकता नहीं आ सकती है. चाहे नीतीश कुमार हों या ममता बनर्जी या अखिलेश यादव सबकी अलग-अलग राजनीति है ऐसे में ये कभी एक नहीं हो सकते हैं.
मतलब साफ था कि पशुपति कुमार पारस ने सबके सामने यह ऐलान कर दिया कि चिराग अगर उनको चाचा नहीं मानते हैं तो वह भी चिराग को अपना भतीजा नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि मोकामा में जब वह पिछली बार भी आए थे तो बवाल हुआ था यह एक सार्वजनिक स्थल है, धर्म स्थल है जहां हर कोई जा सकता ह. यहां किसी का एकाधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि रालोजपा के साथ ही बिहार में केवल भाजपा का गठबंधन है ऐसे में वह उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी के NDA में शामिल होने की कोशिश का भी जवाब दे गए.
इससे ठीक दो दिन पहले चिराग पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि पशुपति पारस उनके लिए चुनौती नहीं हैं.ऐसे में आज जब चिराग को लेकर पारस से पत्रकारों ने सवाल पूछा तो वह उखड़ गए. उन्होंने भाजपा के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के ख्याल से यह भी कह दिया कि जबतक वह राजनीति में हैं तब तक भाजपा के साथ गठबंधन में रहेंगे.