PM Modi Speech: `भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण... 3 बुराइयों से मुक्ति पाना जरूरी`, लाल किले से विपक्ष पर PM मोदी का हमला
परिवारवादी पार्टियों पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है. किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है?
PM Modi Independence Day Speech: 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने देशवासियों को 3 बुराइयों से मुक्ति पाने की सलाह दी. पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण, इन 3 बुराइयों से मुक्ति पाना बेहद जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा कि इन तीन बुराइयों से लड़ने की समय की मांग है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा. हमारे देश को परिवारवाद ने नोंच लिया है. तीसरी बुराई तुष्टीकरण की है. इसने हमारे देश पर दाग लगा दिया है. हमें इन तीन बुराइयों के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है. इन तीन बुराइयों से मुक्ति पाना है.
परिवारवादी पार्टियों पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है. किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए. देश के विकास के लिए परिवारवाद से मुक्ति जरूरी है. तुष्टीकरण की राजनीति ने सामाजिक न्याय को मौत के घाट उतार दिया. पीएम मोदी ने कहा कि देश विकास चाहता है. देश 2047 का सपना साकार करना चाहता है. हम किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को सहन नहीं कर सकते.
पीएम मोदी ने कहा कि तुष्टीकरण, विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है. तुष्टीकरण ने समाजिक न्याय का नुकसान किया है. हम किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे. मेरे परिवारजनों का बहुत बड़ा दायित्व है. हमारी आने वाली पीढ़ियों को ऐसी जिंदगी जीने के लिए मजबूर करना गुनाह है. हमारी आने वाली पीढ़ी को ऐसा देश दें, ताकि छोटी छोटी चीजों को पाने के लिए उन्हें संघर्ष न करना पड़े. हमें वो भारत बनाना है जो पूज्य बापू के सपनों का भारत था. मातृभूमि के लिए जीवन दे दिया था.
पीएम मोदी ने कहा कि सपने अनेक हैं, नीतियां स्पष्ट हैं. नियत के सामने सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को स्वीकार करना पड़ेगा. उसके समाधान के लिए आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं. आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं. अनुभव के आधार पर कह रहा हूं गंभीरता पूर्वक उन चीजों को हमें लेना होगा, आजादी के अमृतकाल में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, दुनिया में विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए. रत्तीभर हमें रुकना नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत के समार्थ्य में कभी कमी नहीं थी. जो देश कभी सोने की चिड़िया था. 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तो भारत विकसित देश होगा.