77th Independence Day: `मैं अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा...`, लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने दी `2024` की गारंटी
पीएम मोदी ने कहा कि अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, उसकी सफलता और गौरवगान आपके सामने प्रस्तुत करूंगा. प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप में से आता हूं, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं.
PM Modi Independence Day Speech: 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भविष्यवाणी कर दी है. उन्होंने दावा किया कि 2024 में एक बार फिर से उनकी सरकार बनेगी. पीएम मोदी ने कहा कि अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, उसकी सफलता और गौरवगान आपके सामने प्रस्तुत करूंगा. प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप में से आता हूं, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं. अगर मुझे सपना भी आता है तो आपके लिए आता है, अगर मैं पसीना भी बहाता हूं तो आपके लिए बहाता हूं. इसलिए नहीं कि आपने मुझे ये दायित्व दिया, ये मैं इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि आप मेरे परिवारजन हैं और मैं आपके किसी दुख को नहीं देख सकता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि आप सबने मुझे फिर से आशीर्वाद दिया. परिवर्तन का वादा मुझे यहां ले आया, परफॉर्मेंस मुझे दोबारा ले आया और आने वाले 5 साल अभूतपूर्व विकास के हैं. उन्होंने कहा कि 2047 के सपने को साकार करने वाला सबसे बड़ा स्वर्णिम पल आने वाले 5 साल है. परिवारवादियों पार्टियों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है. किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए. देश के विकास के लिए परिवारवाद से मुक्ति जरूरी है.
पीएम मोदी ने देशवासियों से भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण, इन 3 बुराइयों से मुक्ति पाने की अपील की. उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण, विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है. तुष्टीकरण ने समाजिक न्याय का नुकसान किया है. हम किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे. मेरे परिवारजनों का बहुत बड़ा दायित्व है. हमारी आने वाली पीढ़ियों को ऐसी जिंदगी जीने के लिए मजबूर करना गुनाह है. हमारी आने वाली पीढ़ी को ऐसा देश दें, ताकि छोटी छोटी चीजों को पाने के लिए उन्हें संघर्ष न करना पड़े.