पटना: Bihar News: नीतीश कुमार एक तरफ इंडिया गठबंधन के साथ खुद को जोड़कर और पार्टी की कमान अपने हाथ में लेकर जदयू को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. वहीं पार्टी के अंदर जो घमासान मचा हुआ है वह तो कहीं और ही इशारा कर रहा है. दरअसल नीतीश की पार्टी के कई नेता इस बात को भीतर ही भीतर मान रहे हैं कि पार्टी को NDA का हिस्सा बन जाना चाहिए. वहीं बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग को लेकर भी पार्टी के नेताओं के मन में कई तरह की शंका बनी हुई है. क्योंकि उनकी पार्टी को कितनी सीट लड़ने के लिए मिलेगी इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने जो ऐलान किया उससे पार्टी के अंदर का घमासान सामने आ गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- पटना हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, जांच में नहीं मिला कुछ भी संदिग्ध


दरअसल देवेश चंद्र ठाकुर के ऐलान के बाद पार्टी के नेता नाराज नजर आ रहे हैं और इसको लेकर पार्टी के नेताओं की पटना में बैठक भी हुई है. देवेश चंद्र ठाकुर ने पहले ही ऐलान कर दिया की वह सीतामढ़ी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इसको लेकर ठाकुर ने यहां तक दावा कर दिया कि उनकी पार्टी की तरफ से उन्हें इसके लिए हरी झंडी भी मिल गई है. 



ऐसे में देवेश चंद्र ठाकुर के इस फैसले ने पार्टी के नेताओं को नाराज कर दिया है. अब पार्टी के नेता कह रहे हैं कि जबतक नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और अन्य गठबंधन सहयोगियों की सहमति नहीं मिली तो देवेश चंद्र ठाकुर ने कैसे अपने आप को सीतामढ़ी से उम्मीदवार घोषित कर दिया. ऐसे में शीर्ष नेतृत्व को ही फैसला लेने का हक है. 


पार्टी के नेताओं का मानना है कि अभी INDIA गठबंधन में सीट बंटवारे का कोई फाइनल नतीजा नहीं आया है. कौन सी पार्टी कहां से चुनाव लड़ेगी यह तभी तय हो पाएगा. पहले सीटों का बंटवारा हो जाना चाहिए तभी उम्मीदवारों को तय किया जाएगा. वहीं पार्टी के नेता बता रहे हैं कि देवेश चंद्र ठाकुर ने पिछड़ों का अपमान किया है ऐसे में पार्टी उन्हें कैसे उम्मीदवार घोषित कर सकती है?