Prashant Kishor On Bihar Liquor Ban: बिहार में विधानसभा चुनाव आते ही एक बार फिर से शराबबंदी कानून की चर्चा होने लगी है. इस बार जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी शराबबंदी कानून की आलोचना की है. उन्होंने इस कानून को एक घंटे में समाप्त करने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि इस कानून से फायदा नहीं बल्कि नुकसान है. अगर उनकी सरकार आएगी, तो वह इसे एक घंटे में समाप्त कर देंगे. पीके ने कहा कि शराबबंदी से किसी समाज, किसी राज्य, किसी देश का कभी मानव सभ्यता के इतिहास में किसी ने अपना विकास किया हो, इसका कोई प्रमाण दुनिया में नहीं है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


पीके ने आगे कहा कि नीतीश कुमार और उनके चेले-चपाटी बताते हैं कि गांधी जी ने ऐसा कहा है. मैं दो साल से कह रहा हूं कि गांधी जी ने अगर कहीं कहा है कि कानून बनाकर सरकार को शराबबंदी लागू करना चाहिए, ये वाक्य मुझे दिखाइए. उन्होंने कहा कि अगर वो गांधी जी के शब्द सुनाइए. मैं नीतीश कुमार का चरण छू कर माफी मांगने को तैयार हूं. पीके ने कहा कि शराब की दुकानें बंद हो गईं, होम डिलीवरी चालू हो गई. इससे बिहार जैसे गरीब राज्य का 20 हजार करोड़ रुपये रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी में जितने लोगों पर केस हुआ उसके मुकाबले जितने लोग जेल में हैं ये ज्यादातर लोग गरीब हैं. दलित समाज के हैं.


ये भी पढ़ें- सोनिया गांधी पर होगी कार्रवाई! देखें क्यों संजय झा ने सभापति से सख्त रहने की अपील की



एक निजी चैनक को इंटरव्यू देते हुए पीके ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सबको चौंकाकर सरकार बनाएगी. उन्होंने दावा किया नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 20 सीटें भी पार नहीं कर पाएगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जिस भी तरफ रहें, उनकी पार्टी को 20 सीटें भी नहीं मिलेंगी. उन्होंने कहा कि बिहार में तीसरा समीकरण खड़ा होगा, ये सारे समीकरण चरमरा जाएंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अगर एनडीए का चेहरा बनें तो जन सुराज के लिए इससे अच्छी बात कोई और नहीं हो सकती है.