पटना: केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को 'हिंदू स्वाभिमान यात्रा' पर उठ रहे सवालों के बीच बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि अगर कोई दूसरा व्यक्ति यात्रा निकाले, तो उस पर कोई भी सवाल नहीं उठाता है, लेकिन अगर हम यात्रा निकालें, तो हर कोई हमसे सवाल पूछता है. आखिर यह दोहरा पैमाना क्यों?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा, "तेजस्वी यादव ने यात्रा निकाली तो किसी के पेट में दर्द नहीं हुआ. प्रशांत किशोर ने यात्रा निकाली तो किसी के भी पेट में दर्द नहीं हुआ. उन लोगों ने तो वोट के लिए यात्रा निकाली थी. किसी ने मुसलमानों को जोड़ने की बात की, तो किसी ने अपना सियासी हित साधने का प्रयास किया, लेकिन हम तो इन बातों से परे हटकर लोगों को जोड़ने के मकसद से यात्रा निकाल कर रहे हैं. मगर, यह दुर्भाग्य की बात है कि कुछ लोग हमारी बातों और उसके पीछे छिपे निहितार्थों को समझने का प्रयास नहीं कर रहे हैं"


उन्होंने कहा, "हमारी यात्रा का मुख्य मकसद हिंदुओं को एकजुट करना है. मैं कई बार इस बात पर बल दे चुका हूं कि अगर हिंदू एकजुट नहीं रहेंगे, तो उनके लिए आगे चलकर सियासी मोर्चे पर मुश्किलें पैदा हो जाएंगी. भारत के सनातनी के एक होने का समय आ चुका है. मैं फिर से कहता हूं कि अगर हिंदू एकजुट नहीं हुए़, तो कट जाएंगे."


ये भी पढ़ें- Nalanda Road Accident: नालंदा में सड़क हादसे में चार की मौत, सीएम नीतीश कुमार ने जताया दुख


पिछले दिनों गिरिराज सिंह ने 'हिंदू स्वाभिमान यात्रा' निकालने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि मैं यह यात्रा मौजूदा परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हिंदुओं को एकजुट करने के मकसद से निकाल रहा हूं. इस यात्रा के जरिए हम हिंदुओं को एकजुट करने की कोशिश करेंगे, ताकि मौजूदा समय में स्थिति को दुरूस्त किया जाए. 18 अक्टूबर से लेकर 22 अक्टूबर तक 'हिंदू स्वाभिमान यात्रा' निकाली जाएगी. यह यात्रा भागलपुर से शुरू होकर किशनगंज में खत्म होगी. इस यात्रा को लेकर बिहार की राजनीति में चर्चा अपने चरम पर है.


इनपुट- आईएएनएस


बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!