RSS Leader Indresh Kumar Statement: बीजेपी पर RSS नेता इंद्रेश कुमार के बयान से सियासत गरमा गई है. आरएसएस नेता ने ऐसा बयान दे दिया जिससे बीजेपी को घेरने के लिए विपक्ष को मसाला मिल गया है. हालांकि, अब बीजेपी की ओर से इंद्रेश कुमार के बयान प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है. बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नितिन नबीन ने कहा कि उनका (इंद्रेश कुमार) संदर्भ क्या है, हम उस पर ज्यादा तो टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन हम लोगों ने सांस्कृतिक विरासत को स्थापित किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कभी भी राम के नाम को राजनीति से नहीं जोड़ा है, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए राम जी को स्थापित किए जाने का काम किया है. 


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इंद्रेश कुमार ने क्या कहा है?


बता दें कि आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव के नतीजे पर कहा कि राम सबके साथ न्याय करते हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव को ही देख लीजिए. जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अंहकार आ गया. उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी बना दिया. लेकिन जो उसको पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी. उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने राम का विरोध किया, उन्हें बिल्कुल भी शक्ति नहीं दी. उनमें से किसी को भी शक्ति नहीं दी. सब मिलकर भी नंबर-1 नहीं बने. नंबर-2 पर खड़े रह गए. 


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RSS के बयान पर BJP पर कांग्रेस का तंज


इंद्रेश कुमार के इस बयान पर बीजेपी को घेरने के लिए कांग्रेस को मौका मिल गया है. कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इंद्रेश कुमार इतने बड़े आरएसएस के नेता हैं. मोहन भागवत ने भी अहंकार और मणिपुर की बात की थी. बीजेपी के दो बड़े नेता अहंकारी हो गए हैं. आरएसएस अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती है. 10 साल से इन लोगों को नियंत्रित क्यों नहीं किया. चुनाव से पहले क्यों नहीं बोले कि बीजेपी वाले अहंकारी हैं.


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JDU बोली- संघ को नहीं देना चाहिए ऐसे बयान


उधर बीजेपी की सहयोगी JDU ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू नेता खालिद अनवर ने कहा कि संघ नेता को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए. उन्होंने कहा कि इंद्रेश कुमार आरएसएस के बड़े नेता हैं. इनके ऊपर भी आतंकवाद और ट्रेन ब्लास्ट के आरोप थे. इन आरोपों से इनको बीजेपी की सरकार आने पर ही मुक्ति मिली थी. उन्होंने कहा कि इन लोगों को ये सब बयान नहीं देना चाहिए. बीजेपी का अगर बुरा हाल हुआ है तो इस पर पार्टी खुद मंथन कर लेगी. आरएसएस को नहीं पड़ना चाहिए.