पटना पहुंचे सुब्रमण्यम स्वामी ने नीतीश को बताया मित्र, अतीक के समर्थकों को जमकर लगाई लताड़
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे हैं. यहां सुब्रमण्यम स्वामी ने मीडिया के सामने कई मुद्दों को लेकर अपनी राय खुलकर रखी.
पटना: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे हैं. यहां सुब्रमण्यम स्वामी ने मीडिया के सामने कई मुद्दों को लेकर अपनी राय खुलकर रखी. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने यहां नीतीश कुमार को जहां एक तरफ अपनी दोस्त बताया वहीं अतीक के समर्थन में नारेबाजी करनेवालों पर जमकर बरसे.
पटना पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने जनसंख्या नियंत्रण के साथ ही देशभर के अन्य कई ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बात बिल्कुल उसी अंदाज में रखी जिस अंदाज के लिए वह जाने जाते हैं. यहां उन्होंने माफिया अतीक अहमद का समर्थन करने और उसके पक्ष में नारेबाजी करनेवालों को मूर्ख बताया और कहा कि लोकतंत्र में रह रहे हैं तो कोई कुछ भी कह सकता है नारेबाजी कर सकता है लेकिन ऐसा करके वह अपना बुरा ही कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो अतीक की तारीफ कर रहे हैं वह खुद को बदनाम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबको पता था कि अतीक कैसा आदमी था. उसकी हत्या करनेवाले भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं और उन्हें उचित कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
उन्होंने यहां असदुद्दीन ओवैसी को लेकर भी कहा कि अतीक और अशरफ की पुलिस हिरासत में मौत की वह कड़ी आलोचना कर रहे हैं. वह ओवैसी मेरे अच्छे मित्र हैं और बेहद बुद्धिमान हैं. उन्होंने कहा कि मैं तो कई बार उनसे मजाक कर चुका हूं कि वह एक देशभक्त हैं लेकिन खुद को मुसलमानों का नेता बताने के चक्कर में राष्ट्र के खिलाफ काम करते हैं. वैसे उन्हें सम्मान के साथ सुना जा सकता है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने नीतीश कुमार को लेकर भी कहा कि वह उनके अच्छे मित्र हैं. दोनों जेपी आंदोलन के समय से मित्र हैं. नीतीश कुमार के द्वारा 2024 में पीएम मोदी को टक्कर देने के संबंध में उन्होंने कहा कि ऐसा तो उन्होंने अभी तक नहीं कहा है लेकिन वह जब नीतीश कुमार से मिलेंगे तो उनसे पूछेंगे कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा है क्या?
वहीं जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर स्वामी ने साफ कहा कि अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर 10 प्रतिशत से अधिक दर से अर्थव्यवस्था बढ़ती है तो जनसंख्या की वृद्धि अपने आप कम हो जाएगी.