पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि उनके खिलाफ सीबीआई का आरोपपत्र अपने विरोधियों की प्रतिष्ठा धूमिल करने की भाजपा की ‘रणनीति’ का एक हिस्सा है. 


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सभी अटकलों को किया खारिज
लंबी छुट्टी से लौटे तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान राज्य के सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ के भीतर दरार की अटकलों को भी खारिज कर दिया.


लालू प्रसाद ने नहीं की कोई टिप्पणी
इन अटकलों के लिए उन्होंने ‘भाजपा के प्रवक्ता के रूप में काम करने वाले मीडिया संस्थानों’ को जिम्मेदार ठहराया. यादव ने यहां हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से बात की और इस दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद भी उनके साथ थे. हालांकि, लालू प्रसाद ने कोई टिप्पणी नहीं की. 


'लोकसभा चुनाव में भाजपा को जवाब करारा'
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘जिस दिन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और हमने हाथ मिलाया है, उसी दिन से भाजपा घबराई हुई है. मेरे खिलाफ मामले में कोई दम नहीं है. हम सभी इस खेल को अच्छी तरह समझते हैं. अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारा जवाब मिलेगा.’ 


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तेजस्वी उस समय विदेश में थे जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने पिछले हफ्ते जमीन के बदले नौकरी घोटाले में नया आरोप पत्र पेश किया था, जिसमें तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद और मां राबड़ी देवी के साथ आरोपियों में उनका नाम भी शामिल था. 


इनपुट-भाषा के साथ


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