पटना : Tejashwi yadav attend Dhirendra Krishna Shastri Darbar: बिहार की राजधानी पटना के नौबतपुर स्थित तरेत पाली मठ में बाबा बागेश्वर का दरबार सजा है. बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री यहां हनुमंत कथा कह रहे हैं. इस सब के बीच बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम में आने के लिए कई नामी हस्तियों को कार्यक्रम के आयोजकों के द्वारा निमंत्रण दिया गया है. ऐसे में यह खबर आ रही थी कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बाबा के दरबार में सोमवार या मंगलवार को हाजरी लगा सकते हैं. इसके साथ ही बाबा के दरबार में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आने की भी संभावना जताई गई है. 


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इस सब के बीच अब खबर आ रही है कि राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम में जाने का अपना मन बदल लिया है. अब वह बाबा के दरबार में नहीं जाएंगे. इसके पहले उनको न्यौता देने पहुंचे आयोजन समिति के लोगों ने कहा था कि तेजस्वी यादव ने उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वह बाबा के दरबार में आज या कल किस भी दजिन आ सकते हैं. बता दें कि इसको लेकर खुद तेजस्वी यादव ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह बाबा के दरबार में नहीं जाएंगे. उन्होंने साफ कहा कि वह लोग वहीं जाते हैं जहां जनता का भला होता है. 


बता दें कि बाबा के दरबार में आने के निमंत्रण को ठुकराने के बाद तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि ये लोग वहीं जाते हैं जहां जालीदार टोपी होती है. उन्होंने सरकार को मुस्लिम परस्त बताते हुए कहा कि यहां इनके लिए वोट नहीं है ऐसे में ये हनुमंत कथा में कहां जाएंगे. 


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मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे यहां ढेरों निमंत्रण आते रहते हैं. ऐसे में जहां जनता का भला होता है हम लोग वहीं जाते हैं. हम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने नहीं जाएंगे. 
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत को लेकर भी तेजस्वी ने मीडिया से बात की और कहा कि हम तो पहले ही कह चुके हैं कि हनुमान जी भाजपा से नाराज हैं. यह जो भाजपा की कर्नाट में हार हुई है यह केवल भाजपा या मोदी क हार नहीं बल्कि पूंजीवाद की हार है. ऐसे में विपक्ष को एक संसदेश गया है कि अगर मिलकर लड़े तो इनको हरा सकते हैं. लालू जी और नीतीश जी सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं.