Bihar Politics: बागी विधायकों पर कार्रवाई करेंगे तेजस्वी यादव, RJD ने विधानसभा अध्यक्ष से की ये मांग
Bihar Politics: राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल ईमान शाहीन ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दल-बदल कानून के तहत विधायकों पर कार्रवाई करने की मांग की है. RJD सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी बागी विधायकों पर कार्रवाई करने की मांग की.
Bihar Politics: बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले दल-बदल का खेल शुरू हो चुका है. अभी तक खेला करने का दावा कर रहे तेजस्वी यादव के साथ ही खिलवाड़ होने में लगा है. फ्लोर टेस्ट के बाद महज 15 दिन बाद यानी 27 फरवरी को भी सम्राट चौधरी ने फिर से राजद में तोड़फोड़ की और एक विधायक चुरा लिया. अपनों से मिले घात के बाद अब तेजस्वी यादव बागी विधायकों पर कार्रवाई करने के मूड में हैं. राजद की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा गया है, जिसमें बागी विधायकों पर कार्रवाई करने की मांग की गई. राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल ईमान शाहीन ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दल-बदल कानून के तहत विधायकों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
अख्तरुल ईमान शाहीन ने कहा कि बिहार में बड़े पैमाने पर हॉर्स ट्रेडिंग हो रहा है. विपक्ष के विधायकों को सत्ता पक्ष की ओर से खरीदा जा रहा है. इसलिए हम लोगों ने आग्रह किया है कि इनकी सदस्यता को रद्द किया जाए. उन्होंने कहा कि बागी विधायकों पर कार्रवाई करने के लिए तेजस्वी यादव ने उन्हें अधिकृत किया है. उनकी तरफ से विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिख दी गई है. चिट्ठी में पार्टी के चारों बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है.
लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी बागी विधायकों पर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने पोस्टर लेकर सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने अपनी पार्टी के बागी विधायकों को बेशर्म बताया. उन्होंने कहा कि शर्म होती तो वह इस्तीफा देकर भाजपा, जदयू में शामिल होते. राबड़ी देवी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और जदयू के तरफ से उन बागी विधायकों को 10 करोड़ रुपए दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें- Bihar MLC Election: बिहार विधान परिषद की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में हो सकता है 'खेला'
वहीं महागठबंधन के विधायकों के पाला बदलने को लेकर सदन के अंदर माले विधायकों ने जमकर नारेबाजी की. माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि बीजेपी देश के लोकतंत्र पर हमला कर रही है. उन्होंने कहा कि दल बदल कानून के प्रावधानों के मुताबिक तत्काल ऐसे विधायकों की सदस्यता रद्द होनी चाहिए, लेकिन बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए हजारों करोड़ रुपए की उगाही की है. उस पैसे का इस्तेमाल लोकतंत्र की हत्या में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दल-बदलने वाले विधायकों पर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई?