पटना: बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव जैसे जैसे करीब आ रहे हैं. बिहार में सियासी इस सर्दी में भी बढ़ता जा रहा है. बीजेपी और महागठबंधन में तलवारें तो खिंची ही हैं. सबसे अबूझ पहेली चिराग पासवान बन गए हैं. एक सवाल ये भी है कि आखिर नीतीश आरजेडी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार में क्यों नहीं जा रहे? 


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नीतीश क्यों नहीं कर रहे प्रचार?
चिराग पर हम बात करेंगे लेकिन उससे पहले नीतीश कुमार. विपक्ष और मीडिया में नीतीश के मोकामा और गोपालगंज न जाने के पीछे तरह-तह के कयास लगा रहा है. लोगों ने कयास लगाए कि चूंकि प्रत्याशी दागी हैं इसलिए नीतीश वहां जाने से बचना चाहते हैं. अब खुद सामने आकर नीतीश ने कह दिया है कि-'हमारा स्वास्थ्य खराब हो गया था, इसलिए हम वहां चुनाव प्रचार में नहीं जा पाए.' 


नीतीश को सुनाया जाएगा वीडियो संदेश
उधर आरजेडी नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को चोट लगी है इसलिए वह चुनाव प्रचार में नहीं गए. तेजस्वी ने कहा 'महागठबंधन की ओर से ललन सिंह, उपेंद्र कुशवाहा जैसे तमाम लोग प्रचार करने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संदेश लोगों को सुनाया जाएगा. चोट लगने के कारण उनका संदेश भेजा जा रहा है. वह हर जगह से बात कर रहे हैं. दोनों सीटों पर वीडियो के माध्यम से सीएम का संदेश दिया जाएगा. 


बीजेपी की कंडीशन खराब: तेजस्वी
तेजस्वी ने बीजेपी पर तंज किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिना भी भारतीय जनता पार्टी की हालत खराब है. हालत ये है कि बीजेपी को बाहर से प्रचार करने के लिए लोगों को बुलाना पड़ रहा है. अब इतनी सफाई के बाद कयासों का दौर बंद हो जाना चाहिए.


बीजेपी का प्रचार करेंगे चिराग
अब आते हैं चिराग पासवान पर... चिराग की सियासी हालत तो बीजेपी और नीतीश ने ऐसी कर दी है कि खबरों में भी कम ही आते हैं लेकिन इस बार खबरों में हैं. खबर है कि गोपालगंज और मोकामा सीट पर हो रहे उपचुनाव में चिराग पासवान ने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है. 


चुनावी सभा को संबोधित करेंगे चिराग
चिराग पासवान मंगलवार को गोपालगंज जाएंगे और दोपहर 12 बजे यादोपुर में बीजेपी प्रत्याशी कुसुम देवी के लिए चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इस खबर के बहाने नीतीश कुमार ने चिराग पर निशाना साधा. 


नीतीश ने क्या कहा?
उन्होंने कहा- 'ठीक है चिराग पासवान बीजेपी के लिए प्रचार करें, इससे लोगों को पता चल जाएगा.' नीतीश कुमार ने कहा, 'बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने हमारे खिलाफ चुनाव लड़ा, जहां-जहां हमारे प्रत्याशी थे वहां-वहां उम्मीदवार उतारे. वो पहले से बीजेपी में थे. हमारी पार्टी में सब लोगों की राय थी इसलिए हम एनडीए से अलग हो गए.'


सीएम नीतीश ने ये भी कहा कि रामविलास पासवान से हमारा बहुत अच्छा और पुराना संबंध था, हमने उनको समर्थन ही नहीं बल्कि सम्मान भी दिया था. यह लड़का यानी चिराग पासवान बच्चा है. इसे क्या पता है.


और यही चिराग की विडंबना है. जिस बीजेपी का 'हनुमान' बनकर उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ पिछले चुनाव में उम्मीदवार उतारे उसने उनके चाचा को केंद्र में मंत्री बना रखा है. रामविलास पासवान की पार्टी का नाम तक नहीं रहा. 


कुल मिलाकर चिराग के चाचा सब ले गए. ये न घर के बचे न घाट के. जिस बीजेपी के लिए प्रचार करने जा रहे हैं उसने भी कुछ न दिया. तो बीजेपी के लिए चिराग पासवान क्यों प्रचार कर रहे हैं, वही बता सकते हैं. हमें तो इतना समझ आता है कि अगर चिराग को पापा की विरासत बचानी है, पिता की गद्दी पर बैठना है तो इस चिरौरी से काम नहीं चलेगा.